प्रमोद निर्मल, मोहला-मानपुर. मोहला-मानपुर पुलिस ने माओवादियों के नाम चिट्ठी लिखी है. चिट्ठी के जरिए पुलिस ने माओवादियों से जो बात कही है वो हैरान कर देने वाली है. अब ये मामला चर्चा का विषय बना हुआ है. लोग इस वाक्ये को जानकर हैरान हो गए हैं.

बता दें कि नक्सली अपनी बात जनता और सरकार को पहुंचाने के लिए पोस्टर पर्चों का सहारा लेते हैं. उसी तर्ज पर अब पुलिस ने अपनी अपील माओवादियों तक पहुंचाने के लिए पर्चों वाला फंडा अपनाया है. जिला पुलिस ने जिले के नक्सल प्रभावित गांवों, जंगलों में जगह-जगह नक्सलियों के लिए पर्चे चिपकाएं हैं. एक तरह से पर्चों के रूप मे पुलिस ने नक्सलियों के नाम से नामजद चिठ्ठियां जारी की है, जिन्हें गांवों और जंगलों मे जगह-जगह चिपकाया गया है.

जानकारी के अनुसार, पुलिस ने शीर्ष नक्सल लीडरों, डीवीसी कमांडर लोकेश सलाम, हिड़मा, रीता, मंगेश समेत अन्य के नाम से अलग-अलग पर्चे जारी किए हैं. पर्चों के जरिए माओवादियों को शासन की पुनर्वास नीति और लोकतंत्र का महत्व समझाते हुए खून खराबे का रास्ता छोड़ आत्मसमर्पण करने और मुख्यधारा से जुड़ने की अपील की है. एक शुभचिंतक की तरह पुलिस ने हिंसा से होने वाले दुष्प्रभावों को भी नक्सलियों को समझाया है. शांति की राह में आने का लाल सेना से आह्वान किया है. मानपुर ब्लॉक के सीतागांव, मदनवाड़ा, औंधी समेत विभिन्न थानाक्षेत्र के गांवों और जंगलों में पुलिस ने इस तरह के कई पर्चे चबूतरों, दुकानों, पेडों और दीवारों में चिपकाए हैं, जिसमें बाकायदा पुलिस अफसरों के मोबाइल नंबर लिखे गए हैं. जिले की पुलिस कप्तान आईपीएस रत्ना सिंह ने माओवादियों को मुख्यधारा का रुख करवाने के लिए इन पर्चों को एक कारगर कदम बताया है.

छतीसगढ़ की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक 
English में खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें