नई दिल्ली। लॉकडाउन 4 में घरेलू उड़ान सेवा शुरू करने की इजाजत सरकार ने दे दी है, लेकिन उड़ान शुरू होने से पहले ही राजनीति गहमागहमी शुरू हो गई है, कोरोना संक्रमण की वजह से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रत्येक उड़ान और यात्रियों की जानकारी तो पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी ने इसे मई महीने तक स्थगित रखने की मांग की है.

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी ने शनिवार को अपने कार्यालय में लिए गए प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि उन्होंने केंद्र को चिट्ठी लिखकर बागदोगरा हवाई अड्डे में 28 मई और कोलकाता हवाई उड्डे पर 30 मई तक कोई फ्लाइट नहीं भेजने को कहा है.

ममता बैनर्जी ने इसके पीछे के कारण का खुलासा करते हुए बताया कि हवाई अड्डा कोविड-19 से गंभीर रूप से प्रभावित 24 परगना जिला में स्थित है. हवाई जहाज से उतरने वाले सभी यात्री के पास व्यक्तिगत आवागमन की सुविधा नहीं होगी, तो वे लॉकडाउन के दौरान घर कैसे जाएंगे.

ममता बैनर्जी के इस कदम से विमानन कंपनियों के लिए विमान चलाने की समस्या बढ़ जाएगा, क्योंकि कोलकाता रूट पर बहुत से फ्लाइट हैं, ऐसे में अगर कोलकाता एयरपोर्ट नहीं खुलेगा, तो रायपुर जैसे रूट के बीच में पड़ने वाले शहरों के यात्रियों को बढ़ा किराया देना पड़ सकता है.

वैसे बता दें कि ममता बैनर्जी ने केवल हवाई सेवा के लिए ही नहीं बल्कि पश्चिम बंगाल के लिए मई महीने के दौरान ट्रेन चलाए जाने से भी रेलवे बोर्ड को मना किया है. इसके पीछे वे अम्फान की वजह से प्रदेश के आधारभूत ढांचे को हुए नुकसान को वजह बताया है.

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