रामकुमार यादव,अंबिकापुर। शासकीय नर्सिंग कॉलेज अपनी स्थापना के बाद से ही खानाबदोशी का दंश झेल रहा है. प्रशासनिक उदासीनता की वजह से कॉलेज और हॉस्टल को बार-बार एक स्थान से दूसरे स्थान में बदल दिया जा रहा है. लेकिन तीसरी बार इसके भवन को बदले जाने को लेकर राजनीतिक पारा चढ़ गया है. क्योंकि जिस भाजपा नेता के भवन में ये संचालित है. उनका आरोप है कि दो दिन पहले कलेक्ट्रेट परिसर में हुए राजनीतिक विवाद को कांग्रेस नेता व्यवसायिक बदले के रूप दे रहे हैं.

अंबिकापुर शासकीय नर्सिग कॉलेज के साथ हॉस्टल को कुछ दिन पहले शासकीय आदेश पर शहर के एक भाजपा नेता के भवन में स्थानांतरित किया गया था. जबकि उसके पहले नर्सिंग की लड़कियों का हॉस्टल दो बार अलग-अलग स्थान पर बदला जा सका है. लेकिन नगरीय निकाय चुनाव की गर्माहाट के बीच एक बार फिर शासकीय नर्सिंग कॉलेज के स्थान बदले का आदेश चिकित्सा संचालनालय ने जारी कर दिया है.

आदेश के मुताबिक नर्सिंग कालेज छात्रावास का स्थानांतरण शहर के नमनाकला स्थित लाईवलीवुड कॉलेज में कर दिया गया है. इधर इस आदेश के बाद अम्बिकापुर शहर की राजनीति ने फिर उबाल ले लिया है और भाजपा नेता इस मामले को लेकर लामबंद हो गए हैं. भाजपा के जिला अध्यक्ष अखिलेश सोनी के मुताबिक उनके नेता के जिस भवन में निर्सिंग कॉलेज हॉस्टल संचालित है. उसका चिकित्सा संचालनालय से 2021 तक के लिए अनुबंध था. ऐसे में राज्य सरकार द्वारा समय से पहले इस तरह भवन का स्थानांतरण सरकार के बदले की भावना है.

गौरतलब है नगरीय निकाय चुनाव के लिए नामांकन के अंतिम दिन भाजपा प्रत्याशियों के खरीद फरोख्त का आरोप लगाकर जिस भाजपा नेता भारत सिंह सिसोदिया ने कांग्रेस के खिलाफ विरोध प्रकट किया था. नर्सिंग कॉलेज उन्हीं के भवन में संचालित हो रहा था. लिहाजा नर्सिंग कॉलेज को उनके भवन से ट्रांसफर किए जाने के बाद राजनीति बवाल तो मचना तय हैं.

इधर लगातार नर्सिग कॉलेज के छात्राओं को इधर से उधर भटकाने के मामले में जब हमने नर्सिंग कॉलेज की प्रभारी प्राचार्य तृप्ती सोनी से बात की तो उन्होंने बताया कि कलेक्टर के आदेश के बाद हम कॉलेज के छात्रावास को लाईवलीहुड कॉलेज के परिसर में शिफ्ट करना पड़ रहा है. हालांकि उन्होंने उस स्थान को सुरक्षित औऱ समुचित बताया है. जिस निजी भवन में फिलहाल छात्रावास औऱ कॉलेज दोनों संचालित है.

अंबिकापुर के शासकीय नर्सिग कॉलेज की बिल्डिंग गंगापुर में बनकर तैयार है. लेकिन उसमें मेडिकल कॉलेज संचालित है. ऐसे में अपनी स्थापना के बाद से शासकीय नर्सिंग कॉलेज, छात्रावास और नर्सिंग की छात्रा ठीक उसी तरह जीवन यापन कर रहीं है. जैसे पुराने समय में जीवन यापन की तलाश में खानाबदोश लोग पूरी उम्र एक स्थान से दूसरे स्थान में भटकते रहते थे.