हेमंत शर्मा, इंदौर। मध्यप्रदेश में मजार और मंदिर को लेकर राजनीति गरमा गई है। प्रदेश के इंदौर शहर के बाणगंगा थाना क्षेत्र में मजार को मंदिर में तब्दील करने के मामले पर सियासत जारी है। मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा कल किए गए ट्वीट पर बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने पलटवार किया है।

बता दें कि कल शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट में लिखा था मैं हिंदू धर्म सनातन धर्म के धर्म आचार्यों से एक प्रश्न पूछना चाहता हूं क्या किसी मजार पर मंदिर बनाना शुभ है।

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दिग्विजय के इस ट्वीट पर बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने ट्विटर से जवाब दिया है। उन्होंने लिखा है कि दिग्विजय सिंह जी कभी आपको अयोध्या और मथुरा के मंदिरों को तोड़े जाने का दर्द नहीं हुआ। कभी आपको देश भर में 30,000 मंदिर तोड़कर मजार और मस्जिद बनाए जाने पर दर्द नहीं हुआ। लाखों हिंदुओं को जबरन मुसलमान बनाया गया उसका दर्द नहीं हुआ। शायद आपको अपने हिंदू होने का एहसास ही नहीं है।

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दिग्विजय सिंह पर बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने भी हमला बोला है। कहा कि- एमपी में हिंदू मुसलमान फसाद कराना चाहते हैं दिग्विजय सिंह। वे चाहते हैं मध्यप्रदेश में हिंदू-मुस्लिम तनाव हो। दरगाह टूटी बताकर मुसलमान आंदोलित हो। सब दरगाह वाले एक साथ हो जाए और जय जय सियाराम वालों से तनाव करें। ये ही मानसिकता दिग्विजय सिंह की है। कहा कि उन्हें चादर डालकर दरगाह की रक्षा के लिए बैठना चाहिए। दिग्विजय वो इंसान जो पैदा सनातन धर्म में हुए और वकालत इस्लाम धर्म की करता है। पता नहीं किस मौलवी से दिग्विजय सिंह ने अध्ययन प्राप्त किया है। उनके मन में हर मंदिर को ध्वस्त करने की मनोवृति रहती है। हमेशा मंदिर वालों पर आरोप लगाते हैं। उन्हें टूटे और खंडर मंदिर नहीं दिखे, बाबर और औरंगजेब के बर्बरता नहीं दिखी। ना जाने वो दरगाह थी भी या नहीं?

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