संदीप ठाकुर,लोरमी. राष्ट्रपति  के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले और संरक्षित बैगा-आदिवासी परिवार की 45 वर्षीय महिला खेत में काम करने गई थी, तभी उस पर भालू ने प्राणघातक हमला कर दिया. जिससे महिला के चेहरे और पैर पर गंभीर चोट आई है. वहीं सूचना के देने के घंटो बाद भी वन विभाग का कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है. बाद में ग्रामीणों की मदद से महिला को 1 किलोमीटर तक पैदल खाट ने बैठाकर लाया गया. फिर 108 से लोरमी अस्पताल लाया जाया गया. जहां घायल महिला का प्राथमिक उपचार के बाद बिलासपुर रिफर किया गया है. घटना वन परिक्षेत्र लोरमी के नयाजल्दा गांव की है.

राष्ट्रपति दत्तक पुत्र कहे जाने वाले बैगा परिवार इन दिनों अपनी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहा हैं. इनकी बानगी लोरमी में तब देखने को मिली. जब आज सुबह खेत में काम करने गई 45 वर्षीय महिला फगनी बाई पर भालू ने प्राणघातक हमला कर. इस हमले में महिला के चेहरे और पैर पर गंभीर चोट आई है.

ले​किन भालू के हमले से घायल इस महिला की मदद के लिए अब तक कोई भी नहीं पहुंचा है. न तो घायल महिला की सुध अब तक स्वास्थ्य विभाग ने ली है और न ही वन विभाग ने. जिससे महिला का हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है.

आलम यह है कि सूचना के घंटो बाद भी वन विभाग की टीम अब तक मौके पर नहीं पहुंची है. घटना के बाद से ही नयाजल्दा गांव और उसके आसपास के क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है.

जब इस पुरे मामले में मुंगेली वन मंडल के डीएफओ कृष्णा जाधव से बात की गई, तो उन्होंने रटारटाया जवाब देते हुए मौके पर स्टाफ पहुंचने की बात कहते हुए अपनी औपचारिकता निभा दी हैं.