नई दिल्ली। ”प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नफरत की राजनीति करते हैं, जबकि कांग्रेस प्रेम की राजनीति करती है”– ये बात कही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने. दरअसल दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में आज से कांग्रेस के 84वें महाधिवेशन की शुरुआत हुई. इसे संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा.
राहुल ने कहा कि देश के युवाओं को तवज्जो देना अच्छी बात है, लेकिन बिना वरिष्ठों के सहयोग के युवाओं को जोड़ा नहीं जा सकता है. उन्होंने कहा कि पार्टी आगे जाती है, तो इसमें युवाओं का पूर्ण रूप से योगदान होगा, लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेता उन्हें मार्ग दिखाने का काम करेंगे.
राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि युवा मोदी जी की तरफ देखते हैं, तो रास्ता नहीं मिलता है, हम उन्हें रास्ता दिखाते हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस बीते हुए वक्त को कभी नहीं भूलती है. उन्होंने कहा कि आज देश थका हुआ है और रास्ता ढूंढने की कोशिश कर रहा है. ये देश हर जाति, हर धर्म और हर व्यक्ति का है. राहुल ने कहा कि हाथ का निशान ही देश को जोड़ने का काम कर सकता है. हाथ के निशान की शक्ति कार्यकर्ताओं के अंदर है.
देश में गुस्सा फैलाया जा रहा है- राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा कि आज देश में गुस्सा फैलाया जा रहा है, लोगों को बांटने का काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि लोगों को एक-दूसरे से लड़वाने का काम किया जा रहा है.
राहुल का ट्विटर हैंडल बदला
महाधिवेशन से ठीक पहले राहुल ने अपना ट्विटर अकाउंट @OfficeOfRG से बदलकर @RahulGandhi कर लिया. कांग्रेस ने अधिवेशन शुरू होने से पहले मोदी सरकार के खिलाफ 5 बुकलेट जारी की हैं. इन बुकलेट को कार्यकर्ताओं के बीच बांटा गया. बुकलेट इन मुद्दों पर है-
अर्थव्यवस्था
युवा, नौकरी, महिला, अल्पसंख्यक
राष्ट्रीय सुरक्षा
मोदी सरकार की लूट
किसानों के मुद्दों पर
महाधिवेशन में 4 प्रस्ताव किए जा सकते हैं पारित
महाधिवेशन में पार्टी की अगले पांच साल की दशा-दिशा तय होगी और इस दौरान आर्थिक एवं विदेशी मामलों सहित चार महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए जा सकते हैं.
महा अधिवेशन से पहले शुक्रवार को इसकी विषय समिति की बैठक हुई. बैठक पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में हुई. इसमें पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद, वरिष्ठ नेता एके एंटनी, जनार्दन द्विवेदी तथा पार्टी के प्रदेश इकाइयों के अध्यक्ष ने अपने विचार रखे.
महाधिवेशन में कर्नाटक, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान चुनावों को लेकर भी चर्चा की जाएगी.