रायपुर. ट्रेड यूनियन सेंटर ऑफ इंडिया से सम्बद्ध प्रगतिशील आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका संघ ने अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस पर अभनपुर जनपद पंचायत से रैली निकाली. बस स्टैंड चौक में 1 मई का लाल झंडे को फहराया गया और शिकागो के शहीद श्रमिकों को दो मिनट का मौन श्रद्धांजलि अर्पित की गई.

इसके बाद अभनपुर बस स्टैंड में सभा करते हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओं को संबोधित करते हुए भाकपा (मा-ले) रेड स्टार के राज्य सचिव सौरा यादव ने मई दिवस के अवसर पर शिकागो के अमर शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि 1मई अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस है. आज का दिन पूरे विश्व में मजदूर वर्ग के संघर्ष, कुर्बानी और शिकागो के मजदूरों का इतिहास को याद करने का दिन है. मजदूरों ने कुर्बानी देकर जो अधिकार हासिल किए थे, उन अधिकारों को भी ये नवफासीवादी आरएसएस की बीजेपी सरकार हमसे छिन लिए है.

पूंजीवादी-साम्राराज्यवादी ताकतों से एकजुट होकर लड़ना होगा – सौरा यादव

सौरा यादव ने कहा कि हमे कारपोरेट पूंजीवादी-साम्राराज्यवादी ताकतों के खिलाफ एकजुट होकर लड़ना होगा. मजदूर वर्ग को अपने आर्थिक लड़ाई के साथ-साथ राजनीतिक लड़ाई को भी तेज करने की सख्त जरूरत है. इसलिए मजदूर वर्ग को राजनीति से भी लैस होने की सख्त जरूरत है. क्योकि कॉरपोरेट पूंजीवादी, साम्राज्यवादी ताकते मानव जाति की रक्षा नहीं कर सकते इनकी नव-उदारवादी नीतियां, इनका खोखलापन, बढ़ता संकट इनकी हकिकत दुनिया के सामने आ चुका है, इस कठिन समय में भी फासिस्ट मोदी सरकार ने साम्प्रदायिकता को तेजी से बढ़ रही है. जाति और धर्म के नाम से देश में नफरत फैलाने का काम किया जा रहा है. मौजूदा इस संकट का बोझ मजदूर वर्ग के पीठ पर लाद देना चाहती है, जनता इलाज के आभाव में मर रही है और सरकार इन्हें भगवान भरोसे छोड़ दिया है.

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किसानों की आत्महत्या बदस्तूर जारी – तेजराम विद्रोही

किसान नेता तेजराम विद्रोही ने कहा कि जन विरोधी तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के बाद भी देश में किसानों से किए गए वादे अब तक पूरे नहीं किए गए हैं. किसानों की आत्महत्या बदस्तूर जारी है. गरीब जनता भूख से मर रही है. 15लाख रुपए, 2 करोड़ लोगों को रोजगार देने का वादा सब जुमला निकला. तमाम सार्वजनिक संस्थाओं को दो-तीन उद्योगपतियों को बेच दिया है. सरकार के पास मेहनतकशों के लिए कोई ठोस योजना नहीं है. बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और महंगाई की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है. केंद्र की फासिस्ट आरएसएस/बीजेपी की मोदी सरकार जो कार्पोरेटो के इशारे पर 44 श्रम कानूनों को बदल कर 4 श्रम कोड लाया है, जो मजदूरों को मालिको का गुलाम बनाने के लिए है.

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प्रगतिशील आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ की अध्यक्ष हेमा भारती ने कहा कि पुरूष प्रधान समाज में महिलाओं को समान अधिकार नहीं मिल सकता, दिन प्रतिदिन महिलाओं पर दमन बढ़ता ही जा रहा है. सरकार महिलाओं का विकास की बात कहती है, लेकिन हम महिलाएं सबसे ज्यादा उत्पीड़ित है.

आज मेहनतकशों की हालत और ज्यादा खराब – हेमा भारती

हेमा भारती ने कहा कि साथियों आज मेहनतकशो की हालत और ज्यादा खराब है, जमीनी स्तर पर हम सब को मिलकर एक साथ काम करने की जरुरत है. मजूदरों पर दमन तेजी से बढ़ने वाली है.12 घंटे का कार्य दिवस, ट्रेड यूनियनों पर रोक, वेतन में कटौती जैसे हमलों को रोकने के लिए और मेहनतकशो की मुक्ति के लिए हमें एक साथ आकर सोचने की जरुरत है. सभी सगंठनो को संयुक्त रूप से संघर्ष को तेज करने की जरूरत है. कार्यक्रम में सैकड़ों की तादाद में लोगों ने हिस्सा लिया. सभा को रुक्मणी साहू, हेमंत कुमार, भारत भूषण और कई आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने संबोधित किया. संचालन किसान नेता तेजराम विद्रोही ने किया.

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