निशांत राजपूत, सिवनी। मध्यप्रदेश के लटेरी में 9 अगस्त को आत्मरक्षा को लेकर वन कर्मचारी द्वारा चलाई गई गोली में एक व्यक्ति की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है। वन कर्मचारी के खिलाफ दर्ज हुए हत्या के मामले में वन अधिकारी कर्मचारियों में भारी आक्रोश व्याप्त है।

यह आक्रोश प्रदेश सहित सिवनी जिले में भी देखने को मिल रहा है, जहां सिवनी जिले के पेंच नेशनल पार्क के वन परिक्षेत्र अधिकारी सहित उत्तर वन मंडल, दक्षिण वन मंडल, उत्पादन सहित सभी रेंजों के अधिकारी-कर्मचारियों ने अपने शस्त्र को वापस कार्यालय में सौंप दिया है। उनका कहना है कि जब उन्हें आत्मरक्षा के लिए शासन द्वारा गोली चलाने की परमिशन नहीं है तो फिर ऐसे शस्त्र को रखने से कोई फायदा नहीं है।

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सरकार ने वन कर्मचारी के खिलाफ मामला वापस नहीं लिया तो आगामी समय में उग्र आंदोलन किया जा सकता है। जानकारी रुचि पटले, रेंजर उत्पादन वन मंडल सिवनी, बी पी तिवारी, प्रभारी डिप्टी डायरेक्टर सिवनी और अमित सोनी, अध्यक्ष, रेंज अफसर एसोसिएशन सिवनी वृत ने दी है।

बता दें कि विदिशा जिले की लटेरी तहसील के जंगल से कुछ लोग लकड़ी चोरी कर लौट रहे थे। लौटते समय वन विभाग की टीम और लकड़ी काटने वालों के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में वन विभाग की टीम ने लकड़ी काटने वालों पर फायरिंग कर दी जिसमें चैन सिंह नामक एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई। शेष 3 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों को विदिशा के अटल बिहारी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था।

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