मनोज उपाध्याय, मुरैना. मुरैना जनपद में आने वाली मीरपुर पंचायत के मजरा बुद्धापुरा के दर्जनों ग्रामीण मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे. जहां उन्होंने उप जिला निर्वाचन अधिकारी एलके पांडे से मुलाकात कर अपना मतदान केंद्र बदलने की बात कही. जिसके पीछे की वजह दबंगों के द्वारा वोट ना डालने देना है. इस शिकायत आवेदन के बाद उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने इस मामले की रिपोर्ट मंगाकर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया.

दरअसल, बुद्धा का पूरा गांव में दलित बाहुल्य गांव है. जहां 550 की वोटर हैं, लेकिन यहां मतदान के लिए पोलिंग बूथ मीरपुर पंचायत में ही बनाया जाता है. जो कि बुद्धापुरा गांव से लगभग चार किमी दूर है. ऐसे में ग्रामीणों को खासतौर पर बुजुर्ग और महिलाओं को इतनी दूर मतदान करने के लिए परेशानियों के बीच ही पहुंचना पड़ता है. इसकी एक बड़ी वजह यह है कि बुद्धापुरा से मीरपुर तक चार किमी तक पक्का रास्ता नहीं है. ऐसे में कच्चे रास्ते से होकर ही पहुंचना पड़ता है.

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इतना ही नहीं ग्रामीणों ने बताया कि मीरपुर में जब वोट डालने जाते हैं, तो दबंग उन्हें परेशाान करते हैं. कई बार मतदान नहीं करने दिया जाता और मारपीट तक की जाती है. जिससे ग्रामीणों में भय बना रहता है. मुरैना जनपद में आने वाली मीरपुर पंचायत के मजरा बुद्धापुरा के दर्जनों ग्रामीण बुधवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे. जहां उन्होंने उप जिला निर्वाचन अधिकारी एलके पांडे से मुलाकात कर अपना मतदान केंद्र बदलने की बात कही. साथ ही पोलिग बूथ उनके ही गांव में बनाने की मांग की, जिससे बिना किसी डर के ग्रामीण मतदान कर सकें. इस शिकायती आवेदन के बाद उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने इस मामले की रिपोर्ट मंगाकर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.