पंजाब। नई कैबिनेट में शामिल होने वाले चेहरों के नाम पर मुहर लग गई है. राहुल गांधी और केंद्रीय आलाकमान के साथ हुई लंबी बैठकों के बाद पंजाब के नवनियुक्त सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने अपने कैबिनेट के चेहरों पर मुहर लगा दी थी. मंत्रिमंडल के नये चेहरे पंजाब गवर्नर हाउस में शपथ ले रहे हैं. चरणजीत सिंह चन्नी, मुख्यमंत्री, सुखजिंदर सिंह रंधावा, उपमुख्यमंत्री, ओपी सोनी, उपमुख्यमंत्री का नाम तो पहले से तय हो चुका था.

पंजाब कैबिनेट विस्तार से ठीक पहले मंत्री पद के बड़े दावेदार कुलजीत नागरा ने अपनी दावेदारी छोड़ दी थी. नागरा ने फेसबुक पर लाइव होकर अपनी दावेदारी छोड़ दी थी. छह बार के विधायक ब्रह्म मोहिंद्रा ने सबसे पहले मंत्री पद की शपथ ली है. ब्रह्म मोहिंद्रा कैप्टन सरकार में भी मंत्री रहे. मनप्रीत सिंह बादल और तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा ने भी मंत्री पद की शपथ ले ली है.

रजिया सुल्ताना, राजिंदर सिंगला, भारत भूषण आशु ने मंत्री पद की शपथ ले ली है. राजिंदर सिंगला कैप्टन सरकार में भी मंत्री थे. सिंगला के पास शिक्षा विभाग का प्रभार था. फतेहगढ़ साहिब की अमलोह सीट से विधायक रणदीप सिंह नाभा ने भी मंत्री पद की शपथ ले ली है.

कैबिनेट में शामिल हुए ये नाम

1- ब्रह्म मोहिंद्रा- यह पटियाला से आते हैं, अमरिंदर सिंह के खास माने जाते हैं. स्थानीय निकाय मंत्री रह चुके हैं. पंजाब में बड़ा हिंदू चेहरा माने जाते हैं.

2- भारत भूषण आशु- यह लुधियाना से आते हैं. पुराने कांग्रेसी हैं, हिंदू चेहरा, युवाओं पर पकड़, दबंग नेता के तौर पर जाने जाते हैं. फूड एंड सप्लाई विभाग संभाल चुके हैं.

3- मनप्रीत सिंह बादल- बादल परिवार से बगावत कर कांग्रेस में आए, वित्त मंत्री बने, अमरिंदर सिंह के खास भी रहे. अब पाला बदल के चन्नी के साथ हैं.

4- तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा- बाजवा ने सिद्धू के समर्थन में कैप्टन से दुश्मनी ली, सबसे पहले बगावत का बिगुल बजाया था. कभी कैप्टन के नौ रत्नों में शुमार थे. पावरफुल कैबिनेट मंत्री रहे हैं.

5- राणा गुरजीत सिंह- कैप्टन सरकार में मंत्री बने विवाद में नाम आने पर इस्तीफ़ा देना पड़ा. वह कैप्टन के समर्थक रहे हैं.

6- अरुणा चौधरी- दीना नगर विधानसभा से विधायक. चार बार विधायक रहे जय मुनि चौधरी की पुत्रवधु हैं.

7- रजिया सुल्ताना- तीन बार की विधायक हैं. मलेरकोटला से विधायक रजिया कैप्टन सरकार में साल 2018 तक मंत्री रहीं. मंत्रिमंडल का एकमात्र मुस्लिम चेहरा.

8- भारत भूषण आशु- यह लुधियाना से आते हैं. पुराने कांग्रेसी हैं, हिंदू चेहरा, युवाओं पर पकड़, दबंग नेता के तौर पर जाने जाते हैं. फूड एंड सप्लाई विभाग संभाल चुके हैं.

9- विजय इंदर सिंगला- सिंघला शिक्षा मंत्री रहे हैं,  गांधी परिवार से नज़दीकियां हैं और अंत तक अमरिंदर सिंह के साथ खड़े रहे.

10- रणदीप सिंह नाभा- फतेहगढ़ साहिब की अमलोह विधानसभा सीट से लगातार चौथी बार विधायक. विधानसभा की लायब्रेरी कमेटी के सदस्य.

11- राजकुमार वेरका- अमृतसर से आते हैं, वेरका पार्टी के साथ चलने वाले बड़े दलित चेहरों में शुमार हैं.

12- संगत सिंह गिलजियां- कई बार विधायक रहे, टीम सिद्धू के हिस्से से पार्टी की सरकार में जा रहे हैं.

13- परगट सिंह- ओलम्पियन हॉकी खिलाड़ी, अकाली दल से आए कांग्रेस में आए, अमरिंदर के ख़िलाफ़ बिगुल बजाया था. वह सिद्धू के राइट हैंड माने जाते हैं.

14- अमरिंदर सिंह राजा वडिंग- वड़िंग भटिंडा से आते हैं.  युवा चेहरा हैं और गांधी परिवार के नज़दीक हैं. कैप्टन विरोधी बयानों को लेकर चर्चा में बने रहते हैं. मुखर स्वभाव के शख्स हैं.

15- गुरकीरत सिंह कोटली- पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पौते, दूसरी बार खन्ना से विधायक, पार्टी के वफ़ादारों में गिनती होती है.

इसे भी पढ़ेः चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने किया दावा, राजधानी में भी हुआ 100% टीकाकरण