चंडीगढ़, पंजाब। अपने वादे को पूरा करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोमवार को राज्य के वित्त विभाग को मृतक पीआरटीसी चालक मंजीत सिंह के परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा जारी करने का निर्देश दिया, जो एक फ्रंटलाइन कोरोना योद्धा रहे. पिछली कांग्रेस सरकार ने मंजीत सिंह के परिवार को 10 लाख रुपए दिए थे, जिनकी 26 अप्रैल 2020 को दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई थी. उन्होंने कोविड -19 महामारी के दौरान लॉकडाउन के बीच नांदेड़ में श्री हजूर साहिब से फंसे हुए सिख तीर्थयात्रियों को पंजाब ले जाने के लिए एक अहम भूमिका निभाई थी.

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आप ने तत्कालीन कांग्रेस सरकार की उदासीनता का किया था कड़ा विरोध

इसके चलते आम आदमी पार्टी (आप) की पंजाब शाखा ने राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें ड्राइवर मंजीत सिंह के परिवार के लिए मुआवजे के रूप में 50 लाख रुपए की मांग की गई थी. विशेष रूप से उस समय भगवंत मान के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस सरकार की उदासीनता का कड़ा विरोध किया था और बरनाला जिले के बड़बर गांव के रहने वाले 38 वर्षीय ड्राइवर के परिवार के लिए 50 लाख रुपए की मांग की थी.

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शहीद सूबेदार हरदीप सिंह के परिवार को भी 1 करोड़ देने की घोषणा

इसके अलावा, अरुणाचल प्रदेश में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर शहीद हुए सूबेदार के परिवार को पंजाब सरकार 1 करोड़ रुपए देगी. सीएम भगवंत मान ने इसकी घोषणा की. उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार उनके परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी भी देगी. शहीद सूबेदार हरदीप सिंह होशियारपुर जिले के गांव बरांडा के रहने वाले हैं. उनके परिवार में पत्नी रविंदर कौर, बेटी और एक बेटा हैं.