चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मोहाली में पुलिस की खुफिया शाखा के मुख्यालय में हुए विस्फोट पर तुरंत संज्ञान लेते हुए पुलिस महानिदेशक (DGP) वीके भावरा को पूरी घटना की जांच करने के निर्देश दिए और उनसे मामले की तह तक जाने को कहा. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए सीएम भगवंत मान ने स्पष्ट रूप से कहा कि किसी को भी राज्य के शांतिपूर्ण माहौल में खलल डालने की अनुमति नहीं दी जाएगी. कुछ विरोधी ताकतें राज्यभर में लगातार परेशानी पैदा करने की कोशिश कर रही हैं, जो अपने नापाक मंसूबों में कभी कामयाब नहीं होंगे.

ये भी पढ़ें: Mohali Blast: मोहाली में पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस दफ्तर की बिल्डिंग में ब्लास्ट, रॉकेट हमले की आशंका, कार से आए थे 2 संदिग्ध, हाई अलर्ट जारी

कुछ संदिग्धों को लिया गया हिरासत में

इस बीच, डीजीपी वीके भावरा ने मुख्यमंत्री भगवंत मान को अवगत कराया कि कुछ संदिग्धों को आगे की पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है, ताकि पुलिस इस अप्रिय घटना की जड़ों तक पहुंच सके. साथ ही मुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि इस घटना के दोषियों के खिलाफ जल्द ही कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में इस तरह की जघन्य घटनाएं करने वाले ऐसे असामाजिक तत्वों को कड़ी सजा दी जाएगी.

ये भी पढ़ें: पंजाब का जवान अरुणाचल प्रदेश में हुआ शहीद, भगवंत मान सरकार ने 1 करोड़ रुपए और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का किया ऐलान

मोहाली हमले के मामले में NIA भी पंजाब पुलिस के संपर्क में

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) मोहाली हमले के मामले की जांच शुरू कर सकती है. NIA पंजाब पुलिस के संपर्क में है. सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है. NIA की आतंकी इकाई की एक टीम पंजाब पुलिस के संपर्क में है. NIA का मानना है कि पंजाब में खालिस्तानी समूह फल-फूल रहे हैं, जिन्होंने इलाके की रेकी करने के बाद हमले को अंजाम दिया. मोहाली के सेक्टर 77 में पंजाब पुलिस के खुफिया मुख्यालय की तीसरी मंजिल पर गली के बाहर से ग्रेनेड (आरपीजी) दागा गया. हालांकि ग्रेनेड नहीं फटा और केवल कांच के दरवाजे और खिड़की के शीशे चकनाचूर हो गए. कहा जा रहा है कि हमले में आरपीजी-22 का इस्तेमाल किया गया.

ये भी पढ़ें: पंजाब में आयुष्मान स्कीम बंद : प्राइवेट हॉस्पिटल्स में 40 लाख कार्डधारकों को नहीं मिलेगा मुफ्त इलाज

4 खालिस्तानी आतंकवादियों को किया गया था गिरफ्तार

बता दें कि चार दिन पहले हरियाणा पुलिस ने 4 खालिस्तानी आतंकियों को गिरफ्तार किया था. प्रारंभिक जांच से संकेत मिल है कि हमले में कार सवार दो व्यक्ति शामिल हो सकते हैं. कहा जाता है कि हमले से पहले इंटेलिजेंस विंग के बाहर एक स्विफ्ट डिजायर कार देखी गई थी. चूंकि इमारत में कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं है, इसलिए पुलिस आसपास के इलाके से फुटेज इकट्ठा करने की कोशिश कर रही है. आसपास रहने वाले कई लोगों से पूछताछ की गई है. एनआईए भी घटना की जानकारी जुटा रही है. केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश के बाद दिल्ली कार्यालय से एक टीम मोहाली भेजी जा सकती है. एक सूत्र ने कहा, “एनआईए की एक आतंकी इकाई पंजाब पुलिस के संपर्क में है. कुछ खुफिया रिपोर्टें जारी की गई थीं, जिनमें कहा गया था कि खालिस्तानी संगठन सक्रिय थे और वे इलाके में शांति भंग करने की योजना बना रहे थे.”

ये भी पढ़ें: आपके काम की खबर: 21 मई से 24 मई तक नहीं चलेगी जालंधर एक्सप्रेस, 25 मई तक कुल 31 यात्री ट्रेनें रहेंगी रद्द, जानिए वजह और कौन-कौन से रूट होंगे प्रभावित

पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किया ट्वीट

इधर पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एक ट्वीट में कहा कि मोहाली में इंटेलिजेंस विंग मुख्यालय में विस्फोट के बारे में सुनकर हैरान हूं. शुक्र है कि हमले में कोई हताहत नहीं हुआ है. मैं सीएम भगवंत मान से आग्रह करता हूं कि जल्द से जल्द अपराधियों को पकड़ा जाए. शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने कहा कि यह विस्फोट गंभीर सुरक्षा चूक को उजागर करता है. पंजाब में कानून-व्यवस्था बिगड़ती जा रही है.