अमृतसर। पंजाब के 900 स्टूडेंस्ट यूक्रेन में फंसे हुए हैं. इन बच्चों की मदद करने के लिए अमृतसर से कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला पोलैंड पहुंच गए हैं. उन्होंने कहा कि वे केंद्र सरकार के रवैये और मदद न कर पाने से बेबस हैं और अब पोलैंड पहुंचे हैं. उन्होंने पौलेंड और आसपास मौजूद पंजाबी लोगों से भी अपील की है कि ट्रांसपोर्टेशन के लिए मदद की जाए, ताकि जल्द से जल्द छात्रों को वहां से निकाला जाए.

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सांसद गुरजीत सिंह औजला ने रवाना होने से पहले बताया कि यूक्रेन के खारकीव में अभी भी छात्र फंसे हुए हैं. उन छात्रों तक मदद नहीं पहुंच रही. इस संबंध में केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी से भी मुलाकात हुई और वे विदेश मंत्रालय के भी टच में रहे, लेकिन उन्हें कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला. उन्होंने खारकीव और आसपास के देशों में मौजूद अपने दोस्तों से संपर्क साधा है, लेकिन समय व इंटरनेट की दिक्कत सामने आ रही है. इसलिए वे बेबस महसूस कर रहे हैं. इसी बेबसी के बीच उन्होंने फैसला किया है कि वे पोलैंड जाएंगे. वहां मौजूद रहकर वह उन छात्रों तक खाना पहुंचने के साथ-साथ उन्हें वापस लाने की भी कोशिश करेंगे.

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औजला का कहना है कि वह खारकीव में मौजूद अपने लोगों से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं. कांग्रेस सांसद ने कहा कि मैं पौलेंड में हूं और यहां से छात्रों की मदद करने की कोशिश कर रहा हूं. हमारी कोशिश बच्चों तक खाना पहुंचाने की है और उन्हें वापस लाने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा. बता दें कि खार्किव से पौलेंड और रोमानिया बॉर्डर एक हजार किलोमीटर से ज्यादा दूर हैं. इसी वजह से वहां से बच्चों को निकलने में भारी परेशानी हो रही है. सांसद औजला ने कहा है कि यूक्रेन में ट्रांसपोर्टेशन की व्यवस्था की जाए. इसके लिए पेमेंट भी कर देंगे, लेकिन इस समय सबसे बड़ा मसला यूक्रेन में अंदर ट्रांसपोर्टेशन का है, जहां से छाक्षों को पास के बॉर्डर तक लाना जरूरी है.