Punjab News: फरीदाबाद. ईएसआईसी के फर्जी दस्तावेज तैयार कर दर्जनभर लोगों द्वारा निजी अस्पताल में इलाज कराने का मामला सामने आया है. कार्ड होल्डर होने के करीब 43 लाख रुपए का बिल भी नहीं लिया. चूंकि सभी मरीज ईएसआईसी से रेफर होकर आए थे. निजी अस्पताल ने जब मरीजों के दस्तावेज ईएसआईसी सेक्टर-8 भेजकर बिल का भुगतान मांगा तो फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ. अब अस्पताल की शिकायत पर पुलिस ने मरीजों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.

पुलिस के मुताबिक निजी अस्पताल के मुख्य सुरक्षा अधिकारी ने शिकायत में बताया कि उनका अस्पताल अजरौदा में है. अस्पताल कॉरपोरेट आर्गनाइ‌जेशन, ईजीएचएस, सीजीएएस, पीएसयू आदि के साथ पैनल पर है. यहां पैनल वाले रेफर मरीजों का इलाज किया जाता है. फरवरी 2018 में उनके अस्पताल में कुछ मरीज सेक्टर- आठ चल्ल्भगढ़ स्थित ईएसआईसी अस्पताल से रेफर किए गए. सभी मरीजों के ईएसआई कार्ड देखकर उन्हें भर्ती किया गया. ईएसआई से समझौते के तहत सभी मरीजों का बिना पैसे जमा कराए इलाज किया गया. अधिकांश मरीज फरीदाबाद व पलवल से आए थे.

अस्पताल ने इलाज के बाद जब 43.53 लाख का बिल ईएसआईसी सेक्टर-आठ भेजकर क्लेम किया तो बिल खारिज कर दिया गया. ईएसआईसी की ओर से मरीजों के ईएसआईसी कार्ड की जांच की गई तो अस्पताल में जमा किए गए दस्तावेज फर्जी पाए गए. अस्पताल का बिल खारिज होने के बाद पुलिस में शिकायत दी गई. पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने सितंबर से जांच शुरू की.