चंडीगढ़, पंजाब। फेमस सिंगर और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की हत्या हुए करीब एक महीने बीत चुके हैं. इस मर्डर केस की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली थी. तिहाड़ जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई को पंजाब पुलिस लेकर आई और उससे कई राउंड की पूछताछ हो चुकी है. अब लॉरेंस के बाद कुख्यात गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया को भी ट्रांजिट रिमांड पर पंजाब पुलिस मानसा लेकर आई. मानसा कोर्ट में उसकी पेशी होगी. पंजाब पुलिस पूछताछ के लिए कोर्ट से उसके रिमांड की मांग करेगी.

गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया

गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया पर भी मूसेवाला हत्याकांड में शामिल होने का शक है. हालांकि जग्गू की मूसेवाला से कोई दुश्मनी नहीं है. लेकिन लॉरेंस ने पहले उसकी मदद की थी, जिसके बदले जग्गू पर लॉरेंस को शार्प शूटर और हथियार मुहैया कराने का शक है. इसका खुलासा होने पर पंजाब पुलिस बुधवार को दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट गई. वहां से गिरफ्तारी और ट्रांजिट रिमांड लेकर कल देर रात पुलिस उसे मानसा लेकर पहुंची.

गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली थी मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी

जग्गू भगवानपुरिया भी गैंगस्टर लॉरेंस सिंडिकेट का मेंबर है. गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गैंग ने ही मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली है. पंजाब पुलिस और दिल्ली पुलिस लॉरेंस को मूसेवाला हत्याकांड का मास्टरमाइंड बता चुकी है. लॉरेंस ने कॉलेज फ्रैंड और युवा अकाली नेता विक्की मिद्दूखेड़ा की हत्या का बदला लेने के लिए मूसेवाला की हत्या कराई. लॉरेंस पहले ही पंजाब पुलिस की कस्टडी में है. जग्गू भगवानपुरिया को कुछ समय पहले दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने रिमांड पर लिया था. उसने पूछताछ में बताया कि वह तिहाड़ जेल में लॉरेंस के साथ एक बैरक में बंद थे, तब उसकी कनाडा बैठे लॉरेंस गैंग के गैंगस्टर गोल्डी बराड़ से बात होती थी.

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पाकिस्तान का कनेक्शन भी उजागर

बता दें कि सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के आरोपियों की जांच और पूछताछ से पता चला है कि सीमा पार से कुछ तत्वों ने निशानेबाजों को हथियार और गोला-बारूद मुहैया कराया था. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पंजाबी गायक की हत्या में शामिल दो मुख्य निशानेबाजों प्रियव्रत उर्फ फौजी और कशिश उर्फ कुलदीप को गिरफ्तार किया था. आरोपी प्रियव्रत गैंगस्टर्स के मॉड्यूल का मुखिया था और शूटरों की टीम का नेतृत्व करता था और घटना के समय कनाडा के गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के सीधे संपर्क में था.

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ड्रोन के द्वारा गिराए जा रहे हैं हथियार

आरोपी प्रियव्रत से शुरुआती पूछताछ में पता चला कि उसे पाकिस्तान से हथियारों की खेप मिली थी. सूत्रों ने बताया कि “हथियारों को गिराने में ड्रोन के इस्तेमाल का मामला सामने आया है.” विशेष रूप से पाकिस्तान की आईएसआई को पंजाब स्थित अपराधियों और गैंगस्टरों को ड्रग्स, हथियार और गोला-बारूद की आपूर्ति करने में बार-बार जिम्मेदार पाया गया है. एसआईटी का गठन पंजाब के डीजीपी वीके भावरा को आतंकवादियों और गैंगस्टरों के गठबंधन के इस पहलू को देखने के लिए भी कहा गया है.

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29 मई को हुई थी सिद्धू मूसेवाला की हत्या

पंजाबी भाषा के सबसे प्रसिद्ध गायकों में से एक 28 वर्षीय सिद्धू मूसेवाला की 29 मई को उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जब वह एक कार में यात्रा कर रहे थे और 6 हमलावरों ने पंजाब में मानसा जिले के जवाहरके गांव में 30 से अधिक गोलियां चलाईं. सिद्धू मूसेवाला अपनी महिंद्रा थार एसयूवी की ड्राइविंग सीट पर खून से लथपथ पाए गए, जबकि कार में सवार दो और लोग, सिद्धू के दोस्त, गुरविंदर सिंह और गुरप्रीत सिंह को भी गोली लगी, लेकिन वे बच गए.