सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। फ़र्ज़ी दस्तावेज मामले में एग्जीक्यूटिव इंजीनियर को बर्खास्त किया गया है. पीडब्लूडी मंत्री के दखल के बाद विभाग ने कार्रवाई की है. इंजीनियर राकेश कुमार वर्मा के खिलाफ 12 साल पहले साल 2007-08 में शिकायत हुई थी, जिसके बाद अब सेवा खत्म करने की कार्रवाई की गई है.
जानकारी के अनुसार, एग्जीक्यूटिव इंजीनियर राकेश कुमार वर्मा ने खुद को अनुसूचित जनजाति वर्ग से संबंधित बताते हुए नौकरी हासिल की थी. इस पर 12 साल पहले साल 2007-08 में शिकायत की गई थी. एक उच्च स्तरीय छानबीन समिति ने वर्मा के कास्ट सर्टिफिकेट की पड़ताल की. जांच समिति ने पाया कि अफसर ने गलत ढंग से जाति प्रमाण पत्र हासिल किया है.
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अनुसूचित जनजाति वर्ग का न होते हुए भी सर्टिफिकेट में इसी वर्ग का उल्लेख किया गया. आरक्षण के नियमों के तहत विभाग में नौकरी हासिल कर सालों तक तमाम सुविधाएं लेते रहे. जांच समिति के जाति प्रमाण पत्र को फर्जी घोषित करने के साथ इंजीनियर को नौकरी से निकाल दिया गया है.
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