मनोज अम्बस्थ,जशपुर। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के उद्घाटन को लेकर जशपुर जिले में सियासत तेज हो गई है. आज जिले के फरसाबहार ब्लॉक के कोल्हेंझरिया में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का उद्घाटन होने जा रहा था, लेकिन उद्घाटन के पहले ही विवाद शुरू हो गया है. अस्पताल के शुभारंभ मौके पर सांसद गोमती साय को बुलाया नहीं गया था. इस उपेक्षा पर सांसद गोमती साय ने नाराजगी व्यक्त की है. सांसद ने कहा कि प्रदेश में जब भाजपा की सरकार थी, तब तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कोल्हेंझरिया के बहुप्रतिक्षित अस्पताल की मांग को पूरा करते हुए स्वीकृति दी थी, लेकिन कांग्रेस राज के नेता और जिले के अफसर इसे भूल रहे हैं.

उनके गृह ग्राम में ही बने स्वास्थ्य केंद्र के उद्घाटन समारोह में जिले के अधिकारियों ने प्रोटोकॉल के नियमों का उल्लंघन करते हुए उन्हें आमंत्रित नहीं किया, जिनके प्रयास से क्षेत्र को बड़ी सौगात मिली है.

साय ने कहा कि सांसद होने के नाते प्रोटोकाल के अनुसार उन्हें आमंत्रित किये जाने का नियम है, लेकिन जिले के अफसर कांग्रेस विधायक यूडी मिंज के इशारे पर कार्य कर रहे हैं. उन्हें अब नियम कानून का भी ज्ञान नहीं रह गया है.

सांसद गोमती साय ने कहा कि प्रदेश सरकार को सांसदों का कोई औचित्य समझ में नहीं आ रहा है तो छग में सांसद का पद ही खत्म कर दे. आखिरी में उन्होंने कहा मैं जिले के अधिकारियों को चेतावनी देना चाहती हूं कि इस प्रकार निर्माण व उद्घाटन संबंधी कार्यक्रमों में प्रोटोकॉल का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. जब-जब ऐसा होगा वह विरोध करती रहेंगी. जनता का विरोध शुरू होगा तो इसे न नेता रोक पाएंगे न अफसर.

इधर, इस पूरे मामले में जब फरसाबहार बीएमओ से दूरभाष पर सम्पर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि आज कोलेनझरिया में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का उद्घाटन होना था लेकिन सीएमएचओ जशपुर के आदेश के बाद आज उद्घाटन निरस्त कर दिया गया है. बीएमओ ने बताया कि सांसद को भी कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं कर पाए थे ये भी कार्यक्रम रद्द करने का बड़ा कारण है.