मुंबई. कभी-कभी जब शब्द कम पड़ जाते हैं, तब भावनाएं एक अलग अंदाज़ में बोल उठती हैं और अक्सर वह अलग ज़ुबान नृत्य की होती है. शेमारू उमंग के शो ‘मैं दिल तुम धड़कन’ में दर्शक एक ऐसा ही ज़ोरदार और भावनाओं से भरपूर नृत्य देखेंगे, जिसे काली खप्पर डांस कहते हैं.

देवी आराधना से प्रेरित यह नृत्य एक साधारण प्रस्तुति नहीं, बल्कि यह सच और झूठ, प्रकाश और अंधकार के बीच के संग्राम को प्रदर्शित करता है. जब वृंदा और दीपिका काली खप्पर नृत्य करती हैं तो वह क्षण परफॉर्मेंस से आगे बढ़कर साहस, विरोध और आत्मिक परिवर्तन का प्रतीक बन जाता है.

राधिका मुथुकुमार ने इस खास सीक्वेंस को लेकर अपने अनुभव साझा करते हुए कहा, “मुझे डांस करना बेहद पसंद है. मैं साउथ इंडियन हूँ तो लोग सोचते हैं कि मैंने क्लासिकल डांस सीखा होगा, लेकिन सच तो ये है कि मैंने कभी नहीं सीखा! मुझे बस डांस करने में खुशी मिलती है (हँसते हुए).

उन्होंने आगे कहा, “जब मुझे काली खप्पर डांस के बारे में बताया गया, मैंने पहले कभी इसका नाम नहीं सुना था. फिर मैंने इस नृत्य के कई वीडियोज ऑनलाइन देखें और प्रैक्टिस शुरू की तब समझ में आया कि ये कितनी गहराई से वृंदा की जर्नी से जुड़ा हुआ है. ये सिर्फ़ नृत्य नहीं था, ये वृंदा का अपनी चुप्पी तोड़ने और अपने अंदाज़ में लड़ने का तरीका था.”

शो के करेंट ट्रैक में वृंदा अपने परिवार को दीपिका की चालबाज़ियों से बचाने की हर कोशिश कर रही है. अंधी होने का नाटक कर रही दीपिका, बार-बार सच को तोड़-मरोड़ के सबको गुमराह करती आ रही है. वृंदा की बातों को कोई गंभीरता से नहीं लेता, मगर अब, वह चुप नहीं रहेगी. इस शक्तिशाली डांस के ज़रिए वह अपने दर्द, ग़ुस्से और साहस को खुलकर सामने लाती है.