Rahul Gandhi MP case: राहुल गांधी के संसद की सदस्यता खोने के बाद प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने बीजेपी पर तंज कसा है. प्रशांत किशोर ने कहा कि बीजेपी को अटल जी की लाइन ‘छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता’ याद रखनी चाहिए और बड़ा दिल दिखाना चाहिए. पीके की इस प्रक्रिया पर बीजेपी ने भी प्रशांत किशोर पर तंज कसते हुए कहा कि अगर राहुल गांधी ने वाजपेयी जी से कुछ तमीज सीखी होती तो ऐसी नौबत ही नहीं आती.

दरअसल, चुनावी रणनीतिकार (Prashant Kishor) इन दिनों बिहार यात्रा पर हैं और लगातार लोगों को संबोधित करने के बाद पत्रकारों से भी बात करते हैं. इसी बीच राहुल गांधी (Prashant Kishor) की सदस्यता खत्म करने का सवाल उठा तो उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी की कुछ पंक्तियां उद्धृत कर बीजेपी पर निशाना साधा.

प्रशांत किशोर ने बिहार के सारण में राहुल गांधी (Prashant Kishor) के मुद्दे पर मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि कानूनी प्रक्रिया का सम्मान करते हुए मुझे लगता है कि 2 साल की सजा ज्यादा है. राजनीति में लोग एक दूसरे के खिलाफ इस तरह के बयान और कमेंट देते रहते हैं.

पीके ने कहा कि बीजेपी के लोगों को अपने नेता अटल जी की लाइन “छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता” याद रखना चाहिए और बड़ा दिल दिखाना चाहिए. प्रशांत किशोर ने कांग्रेस पार्टी को नसीहत देते हुए कहा कि कांग्रेस के लोग नहीं जानते कि वो कौन सी लड़ाई लड़ रहे हैं.

आप केवल दिल्ली में संसद तक मार्च करके और ट्वीट करके इस लड़ाई को नहीं लड़ सकते। अगर आपको यह लड़ाई लड़नी है तो आपको जमीन पर, गांवों में और सड़कों पर उतरना होगा. कल मैं 20 किमी चला, मुझे कांग्रेस का एक भी कार्यकर्ता नहीं मिला जो राहुल गांधी की सदस्यता पर गांवों में लोगों को बता रहा हो कि यह गलत हुआ है.

पीके ने कहा कि जब तक विपक्षी पार्टियों की लड़ाई चुनाव नतीजों में नहीं दिखेगी, तब तक आपको कोई गंभीरता से नहीं लेगा. पीके के इस बयान पर बीजेपी प्रवक्ता राम सागर सिंह ने कहा कि उन्हें पता होना चाहिए कि पीके क्या कहते हैं, लेकिन देश देख रहा है और प्रशांत किशोर भी देख रहे हैं कि राहुल गांधी ने सदस्यता क्यों गंवाई. अगर राहुल गांधी में वाजपेयी के गुण होते तो आज उनके साथ ऐसा कुछ नहीं होता.

Rahul Gandhi MP case
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