रायपुर.  साउथ ईस्ट रेलवे रायपुर के कर्मचारी संतोष दुबे की मौत के बाद विवाद खड़ा हो गया. दरअसल संतोष दुबे को अचानक चक्कर आने के बाद परिजन रेलवे हॉस्पिटल लेकर आये. जिसके बाद डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. जिसके बाद विवाद शुरु हो गया. परिजनों ने डॉक्टरों पर बिना किसी जांच के ही मरा हुआ बताने का आरोप लगाया. मृतक संतोष दुबे की उम्र 34 साल थी. जो रेलवे में ग्रेड वन टेक्निशियन के पद पर था.

मामला आज सुबह करीब 11 बजे का है,जब रेलवे में टेक्निशियन के पद पर काम करने वाले संतोष दुबे नहाते वक्त अचानक ही बेहोश हो गए. आनन-फानन में जब उनकी पत्नी उनको रेलवे कॉलोनी के अस्पताल लेकर पहुंची. तब डॉक्टर ने उनको मृत घोषित कर दिया. जिसके बाद पत्नि ने इस पर आपत्ति दर्ज की और कहा कि सांसे अभी भी चल रही हैं. परिजनों ने भी ये कहते हुए आपत्ति जताई है कि घर से अस्पताल का रास्ता सिर्फ तीन किलोमीटर दूर है और आने-जाने में सिर्फ दस से पंद्रह मिनट ही लगते हैं. तो फिर इतने कम समय में मौत कैसे हो सकती है. इस बात को लेकर रेलवे कर्मचारी संघ ने भी वहां पहुंचकर अपना गुस्सा जाहिर किया. मामला गरमाता देख आनन-फानन में लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया.

पूरे मामले पर अस्पताल प्रबंधन पहले तो कोई जवाब देने से बचता रहा. इलाज कर रही महिला डॉक्टर भी काफी देर तक अपने केबिन में बंद रही. लेकिन बाद में महिला डॉक्टर ने किसी भी तरह की लापरवाही से इनकार करते हुए बताया कि संतोष दुबे की मौत पहले ही हो चुकी थी. प्रबंधन का कहना है कि परिजन गहरे दुख और सदमे में होने की वजह से इस तरह की बात कह रहे हैं. हालाकि पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के असली कारण का पता चल पाएगा.