दिल्ली में कड़ाके की सर्दी और कोहरे का दौर धीरे-धीरे समाप्त हो रहा है. लेकिन सुबह-शाम अभी भी सर्दी से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सुबह तेज हवा के कारण लोगों को ठिठुरन महसूस हुई. दोपहर बाद खिली धूप ने कुछ राहत दिलाई. अगले तीन दिनों में अधिकतम तापमान दो डिग्री तक बढ़ सकता है. मौसम विभाग का मानना है कि जो धूप खिल रही है, वो बस कुछ ही दिनों की मेहमान है.

 मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली में अगले चार से पांच दिनों के भीतर बारिश हो सकती है. बारिश के बाद राष्ट्रीय राजधानी के न्यूनतम तापमान में फिर कमी दर्ज हो सकती है. कुल मिलाकर सर्दी अभी पूरी तरह से विदा नहीं होगी. मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार को राष्ट्रिय राजधानी का मौसम साफ रहने वाला है.

मौसम विभाग के अनुसार, पहाड़ों में गिर रही बर्फ और ठंडी हवाओं की वजह से मैदानी इलाकों में भी ठंडी हवाएं चल रही हैं. मौसम विभाग का कहना है कि दिल्ली और आसपास के शहरों में अगले 4 से 5 दिन के अंदर बारिश होने का अनुमान है. बारिश के साथ ही मिनिमम तापमान में भी गिरावट दर्ज की जाएगी. ऐसे में ठंड फिर से लौटेगी.

मौसम विभाग के अनुसार, हिमाचल प्रदेश, दक्षिणी हरियाणा और उत्तराखंड में 14 फरवरी तक सुबह के वक्त पाला पड़ने का अनुमान है. इसके अलावा अरुणाचल प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, नागालैंड, मिजोरम, मणिपुर और त्रिपुरा में अगले 24 घंटे में बारिश हो सकती है.

दिल्ली के ज्यादातर हिस्सों में गुरुवार की सुबह हल्का कोहरा देखने को मिला. दिन चढ़ने के साथ ही कोहरा साफ हो गया और आठ बजे के बाद धूप निकल आई. हालांकि, दिनभर तेज हवाओं के कारण लोगों को ठंड महसूस हुई. दिल्ली की मानक वेधशाला सफदरजंग में दिन का अधिकतम तापमान 22.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री कम है. न्यूनतम तापमान 8.2 डिग्री सेल्सियस रहा. यह भी सामान्य से एक डिग्री कम है. आर्द्रता का स्तर 89 से 33 फीसदी तक रहा. सर्द हवाओं का जोर कम होने के कारण शुक्रवार को अधिकतम तापमान 23 और न्यूनतम तापमान आठ डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है. वहीं, 12 फरवरी तक अधिकतम तापमान के 24 डिग्री तक पहुंचने का अनुमान है.

प्रदूषण से भी राहत

दिल्ली के लोगों को प्रदूषण से भी राहत मिल रही है. केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, गुरुवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 161 अंक पर रहा. इस स्तर की हवा को मध्यम श्रेणी में रखा जाता है. तेज हवा और खिली हुई धूप के चलते प्रदूषक कणों का विसर्जन तेज हुआ. अगले दो दिनों के बीच भी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर इसी के आसपास रहने के आसार है.