केरल. ​बीते 24 घंटे से हो रही बारिश के चलते केरत में जमकर तबाही देखने को मिली है. कई निचले इलाकों में पानी भर गया है तो कहीं भूस्खलन हुआ है. इस बारिश के कारण केरल में अब तक लगभग 26 लोगों के मौत की खबर है. वहीं कई इलाकों में फंसे लोग अपनी जान बचाने की जुगत में लगे हुए है. भारी बारिश के वजह से फंसे लोगों को बचाने अब सेना ने कमान सम्हाल ली है.

मिली जानकारी के अनुसार सबसे ज्यादा असर इडुक्की जिले में हुआ है. जहां भूस्खलन से 11 लोगों की मौत हो गई. मलबे से दो लोगों को जिंदा निकाला गया है. पानी के बढ़ते स्तर को देखते हुए इडुक्की डैम के दो और गेट खोल दिए गए हैं.

पूरे राज्य में 24 घंटे में 337% ज्यादा बारिश हुई है. औसतन 13.9 मिमी बारिश होनी थी पर 66.2 मिमी हुई. बचाव कार्य में एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, आर्मी, नेवी और कोस्टगार्ड के जवानों को तैनात किया गया है.

बताया जा रहा है कि कोझिकोड और वालायर के बीच तो बारिश के कारण रेलवे ट्रैक बह गया. यहां रेल सेवा बंद कर दी गई है. भारी बारिश से राज्य के 78 में से 22 डैम के गेट खोलने पड़े हैं. 26 साल में ऐसा पहली बार हुआ है जब चेरुथोनी डैम के इडुक्की बांध की तरफ वाला एक गेट खोला गया है. बेंगलुरू से केरल में सेना की टुकड़ी भेजी गई है. कई इलाकों में तो लोगों को लाइफ बोट के सहारे बाहर निकाला जा रहा है.

केरल सरकार ने टूरिस्ट को पहाड़ी इलाकों और डैम साइट्स पर जाने से मना किया है. मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने बताया कि बारिश अचानक होने से कई इलाके बुरी तरह प्रभावित हो गए हैं. उन्होंने आगे कहा कि केरल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब 22 बांध पानी से पूरी तरह भर गए और सबके गेट खोले गए हों.