देश के कई राज्यों में आसमान से कहर बरस रहा है. कई जगहों पर लगातार हो रही बारिश से बाढ़ जैसे हालात हैं. वहीं पहाड़ों पर भी मुसीबत की बारिश हो रही है. उत्तराखंड के कई जिलों में बाढ़ ने कहर बरपा दिया है. कई जिलों में दर्जनों सड़कें पूरी तरह थम गई हैं. बाढ़ की वजह से मध्यप्रदेश में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. निचली बस्तियों में पानी भर गया है तो आवागमन भी बाधित हुआ है. सीहोर जिले में पुलिया पर जलस्तर बढ़ने से मजदूर फंस गए हैं, उन्हें सुरक्षित निकालने के लिए राहत और बचाव कार्य जारी है.

उत्तराखंड में लैंडस्लाइड की वजह से लोग बुरी तरीके से प्रभावित हुए हैं. सड़कों पर मलबा आ गया है. जिससे आवागमन ठप पड़ गया है. पिथौरागढ़ से लेकर उत्तरकाशी तक हालात खराब है. चारधाम यात्रा पर भी इसका असर पड़ा है. उत्तराखंड में जगह-जगह लैंड स्लाइड ने भी जान का खतरा पैदा करने के साथ-साथ आवाजाही को थाम दिया है.

ऐसे ही हालात मध्यप्रदेश में भी देखने को मिल रहे हैं.आधिकारिक तौर पर मिली जानकारी के अनुसार, सीहोर जिले के नसरुल्लागंज तहसील के ग्राम सालारोड में एक पुलिया पर अत्यधिक पानी आ जाने के कारण कई मजदूर फंसे हुए हैं. बाढ़ में फंसे हुए मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए एसडीईआरएफ के प्लाटून कमांडर अशोक पाटीदार के नेतृत्व में राहत और बचाव कार्य शुरू हो गया है.

इसी तरह राज्य के कई हिस्सों में भी बाढ़ के हालात बन गए हैं, निचली बस्तियों में पानी भर गया है. बेतवा, ताप्ति और नर्मदा नदी के अलावा छोटी नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. राज्य सरकार ने बाढ़ प्रभावितों की मदद के लिए राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष भी बनाया है और मदद की खातिर दो टोल फ्री नंबर भी जारी किए हैं.