प्रतीक चौहान. रायपुर. जीआरपी ने सासी गैंग के एक आरोपी को हरियाणा गिरफ्तार किया है.  इस आरोपी ने अपनी गैंग के साथ पिछले दिनों मालवीय रोड के एक व्यापारी से ट्रेन में मदद के नाम पर 15 तोला सोने के गहनों की चोरी की थी.

 लल्लूराम डॉट कॉम को रायपुर जीआरपी के थाना प्रभारी ने बताया कि सासी गैंग के आरोपी का नाम संजय पिता कर्मवीर है और ये मूलतः खेड़ी जलप थाना नारनौंद जिला हांसी हिसार हरियाणा का रहने वाला है. घटना के संबंध में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया प्रार्थी नवरत्न कुमार वैध पिता कन्हैयालाल वैध निवासी मालवीय रोड रायपुर जो 12 जुलाई 2021 को ट्रेन नं 02469 मुम्बई-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस में अकोला से रायपुर के लिये एसी 2 कोच नं ए/1 में परिवार के 19 सदस्यों के साथ सफर कर रहे थे.

इस दौरान दुर्ग-रायपुर के बीच प्रार्थी अपना सामान गेट पर रखा था, उसी दौरान ट्राली बैग के ऊपर के चेंन खोलकर बीच वाले भाग को काटकर ट्राली बैग से सोने के जेवरात लगभग 15 तोला कीमती 3,55,000/रुपये को अज्ञात चोर द्वारा चोरी कर लिया गया था.

नव नियुक्त पुलिस अधीक्षक राजेश कुकरेजा एवं उप पुलिस अधीक्षक रितेश श्रीवास्तव रेल, रायपुर के द्वारा प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए दो टीमों का गठन किया गया था. जिसमें एक टीम के द्वारा रेलवे स्टेशन रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, नागपुर, गोंदिया, अकोला में लगे सीसीटीव्ही फुटेज चेक करने एवं रेलवे स्टेशन के आसपास के होटल चेक करने हेतु निर्देशित किया गया.

दूसरी टीम बिलासपुर रायगढ़, झारसुगुड़ा, राउरकेला की ओर रवाना हुई. आरोपियों की पता तलाश के दौरान नागपुर के तरफ गई टीम को दुर्ग राजनांदगांव में कुछ अहम सुराग मिले जिस पर यह प्रतीत हुआ कि उक्त घटना को हरियाणा की मशहूर ट्रेनों में चोरी करने वाली सासी गिरोह के द्वारा घटना घटित की गई.

जिस पर सउनि बीएन मिश्रा के नेतृत्व में एक टीम हांसी हिस्सार हरियाणा में एक सप्ताह कैम्प किया गया. जिसका लगातार पुलिस अधीक्षक के द्वारा हांसी के पुलिस अधीक्षक से सम्पर्क कर टीम को आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए जा रहे थे.

जिसके फलस्वरूप हरियाणा काईम ब्रॉच एवं जीआरपी सायबर सेल की मदद से एक आरोपी संजय को गिरफ्तार किया गया. प्रकरण के चार आरोपी एवं जेवरात खरीदने वाला अभी भी फरार हैं. गिरफ्तार आरोपी के द्वारा अपने फरार आरोपियों के साथ दो घटना घटित करना स्वीकार किये हैं. आरोपी के कब्जे से चोरी किये गये जेवरात को ब्रिकी में मिली हिस्से की रकम 3 लाख 5000 रुपए जप्त किया गया है. उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक आरके बोर्झा, सउनि बीएन मिश्रा, आरक्षक राजेश मिश्रा, मोरजध्वज वर्मा, कमल किशोर द्विवेदी का विशेष योगदान रहा.