सत्यपाल सिंह,रायपुर। राजधानी के मेकाहारा अस्पताल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है. अस्पताल में बच्चे को जन्म देने के बाद महिला को एक्सपायरी डेट की स्लाइन (बोतल) बढ़ा दी गई. जिससे उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई. उसके बाद महिला की नवजात शिशु की भी मौत हो गई. वहीं जिला अस्पताल प्रबंधन ने महिला को कोरोना पॉजिटिव बताकर मेकाहारा रेफर किया था. जबकि मेकाहारा के आईसोलेशन वार्ड में रहते उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी.

जानकारी के मुताबिक पीड़ित महिला का नाम पूजा मजूमदार है. महिला के पति का कहना है कि पूजा को पहले जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां से 19 जनवरी को उसे कोरोना होने की बात कहते हुए मेकाहारा रेफर कर दिया गया. इसके बाद 20 जनवरी को मेकाहारा अस्पताल में भर्ती होने के बाद बच्चे की नार्मल डिलीवरी हुई और उसे नॉर्मल होना बताया गया. फिर बच्चे की तबियत खराब होने की बात कहकर ऑपरेशन करना होगा कहा गया. तबियत लगातार बिगड़ती गई और शाम को बच्चे की मौत हो गई.

इतना ही नहीं महिला मरीज को नर्स ने एक्सपायरी डेट का स्लाइन लगा दिया. जिससे महिला के पूरे शरीर में सूजन आ गई. महिला बात भी नहीं कर पा रही है. मरीज के साथ मौजूद अटेंडेंर के टोकने पर नर्स ने माफी मांग कर बोतल बदल दी. इसके बाद आज फिर महिला को पुराना स्लाइन लगा दिया गया. दोबारा टोकने पर वही रटा रटाया जवाब दिया कि गलती हो गई कहकर बोतल बदल दी. महिला की हालत गंभीर है. इसके बावजूद भी इंचार्ज डॉक्टर को बुलाया नहीं गया.

दूसरी लापरवाही यह भी हुई कि जिला अस्पताल प्रबंधन ने महिला मरीज को कोरोना पॉजिटिव होना बताकर मेकाहारा शिफ्ट कर दिया था. लेकिन मेकाहारा के आइसोलेशन वार्ड में रखी उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है. कहीं न कहीं जिला अस्पताल की भी बड़ी लापरवाही देखने को मिली है. यदि वहां से रेफर नहीं किया जाता, तो शायद ऐसा कुछ नहीं होता.

इस संबंध में अस्पताल के डीन डॉक्टर विष्णु दत्त ने बताया कि विभागाध्यक्ष को शोकॉज नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है. इसके साथ ही लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों को तत्काल हटाने की कार्रवाई करते हुए सूचना देने की बात कही गई है.