नितिन नामदेव, रायपुर. नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने शुक्रवार को निगम मुख्यालय स्थित अपने कार्यालय में भारतीय जनता पार्टी पार्षद दल की बैठक ली. जिसमें विपक्ष के सभी पार्षदों ने अपने वार्डो के समस्याओं की चर्चा की और वार्ड में रूके हुए विकासकार्यों के लिए महापौर को जिम्मेदार ठहराया. सभी पार्षदों की यह मांग है कि जल्द से जल्द सामान्य सभा का आयोजन किया जाए. ताकि शहर की समस्याओं पर खुलकर चर्चा की जा सके.

मीनल चौबे ने कहा कि जनता पेयजल, गंदगी, साफ-सफाई, आवारा कुत्तों की समस्याओं से जुझ रही है और महापौर अधिवेशन में व्यस्त हैं. गर्मी सामने हैं और महापौर होने वाले जल संकट की समस्याओं से बेखबर हैं. हमारा सवाल ये है कि पिछली गर्मी से लेकर अब तक पेयजल और जल संकट के सुधार के लिए महापौर की ओर से क्या प्रयास किया गया है ?

मीनल चौबे ने कहा कि केन्द्र सरकार के द्वारा स्वीकृत लगभग 55 करोड़ रुपये निगम कोष में जमा है, वास्तव में अगर जिम्मेदार महापौर होते तो शहर के सभी वार्ड टैंकर मुक्त हो जाते, ये महापौर की अकर्मण्यता का प्रमाण है कि जनता को पेयजल की समस्या का सामना करना पड़ेगा. निगम द्वारा अमृत मिशन का जो कार्य कराया गया है वह स्तरहीन है, बड़े नालों की साफ सफाई नहीं हो रही है, वार्डो में जो कचरा संग्रहण के लिए जो गाड़ी दी गई हैं, वह खराब अवस्था में है.

तालाबों की साफ-सफाई नहीं हो पा रही है, मुख्यालय गैंग, जोन गैंग, वीआईपी गैंग कहां काम करते हैं समझ से परे है. करोड़ों रुपये स्वच्छता के नाम पर केन्द्र सरकार दे रही है, इसके बावजूद शहर की गंदगी ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है. मीनल छगन चौबे ने कहा कि महापौर को जनता ने जिस कार्य के लिए चुना है वे धरातल पर उतरे और उन कार्यों पर ध्यान दें, शहर पर ध्यान दें, हर वार्डों में समस्या बेशुमार है.

इस बैठक में मनोज वर्मा उप नेता प्रतिपक्ष, डॉ. प्रमोद साहू, कमलेश्वरी वर्मा, पार्षद कामिनी देवांगन, पार्षद सीमा साहू, पार्षद सावित्री साहू, पार्षद टेसु साहू, पार्षद सरिता दुबे, पार्षद सरिता वर्मा, पार्षद गोदावरी साहू, पार्षद विश्वदिनी पांडेय, कुंवर रजयंत सिंह ध्रुव, रोहित साहू, भोलाराम साहू, रवि ध्रुव और चन्द्रपाल धनगर उपस्थित थे.