प्रतीक चौहान. रायपुर. चाचा का अगर रेलवे स्टेशन हो और स्टेशन में भतीजे का आतंक न हो तो भला चाचा के स्टेशन होने का क्या फायदा… ऐसा ही हाल इन दिनों रायपुर रेलवे स्टेशन का हैं. यहां एक चाचा के भतीजे का आतंक इतना मानो हर प्रोटोकॉल की जिम्मेदारी चाचा अपने भतीजे को देते है. प्रोटोकॉल शब्द लल्लूराम डॉट कॉम के पाठकों के लिए जरूर नया हो सकता है. लेकिन रेलवे में ये शब्द काफी प्रचलित है और इस शब्द का मतलब होता है अधिकारियों की मुफ्त में सेवा करना. खैर…
अब बात करते हैं रायपुर रेलवे स्टेशन में मचे यात्रियों से लूट की. रेलवे स्टेशन में UV (Ultraviolet ) किरणों से बैग के सैनेटाइजेशन के नाम पर 10-10 रूपए लिए जा रहे है. ये काम कोई और नहीं बल्कि भतीजा कर रहा है. अब भला भतीजा अगर ये काम करें तो किसकी हिम्मत होगी कि उसे रोके.
लेकिन भतीजे की ये करतूत लल्लूराम डॉट कॉम के कैमरे में पकड़ में आ गई और भतीजे की पूरी पोल खुल गई. लेकिन भतीजे की अकड़ इतनी मानो चाचा ने उसे ये छूट दी हो कि तुम करों यहां वसूली तुम्हें कोई नहीं रोकेगा.
लल्लूराम डॉट कॉम की टीम जब रेलवे स्टेशन पहुंची और पड़ताल की तो पता चला कि उक्त यूवी किरणों वाली मशीन बंद है. मशीन के अंदर 60-60 वॉट के तीन बल्ब लगे हुए है, जिसमें से 1 बल्ब नहीं जल रहा है और मशीन के अंदर दो बल्ब जल रहे है जिससे कथित रूप से सैनेटाइजेशन के नाम पर यात्रियों से 10-10 रूपए भी लिए जा रहे है और बकायदा इसकी रसीद भी दी जा रही है.
टीम ने जब इसका पूरा वीडियो बनाया तो भतीजे ने कहा कि बनाओ, बनाओं… अच्छे से वीडियो आना चाहिए. इतना ही नहीं भतीजे ने रिपोर्टर की तस्वीर भी अपने मोबाइल पर ली. भतीजे ने अपने स्टॉफ से ये भी कहा कि बुलाओ… पिंटू भैया को… वैसे सूत्रों से पता चला है कि भतीजा और पिंटू भैया दोनो का रेलवे स्टेशन में खौफ है और चाचा के सारे अनैतिक काम कथित रूप से ये दोनो करते है.
चाचा के घर में ही रहता है भतीजा
सूत्रों से पता चला है कि जिस चाचा का इन दिनों ये रायपुर रेलवे स्टेशन है, वहीं चाचा के घर श्रीनगर में ये भतीजा रहता है. लेकिन चाचा का दावा है कि ये उनका भतीजा नहीं है. लेकिन सूत्र इस बात की पुष्टि करते है कि चाचा के साथ ही भतीजा रहता है और इन दिनों रेलवे स्टेशन में भतीजे का काफी खौफ है.
देखें बल्ब से कैसे कर रहे है सैनेटाइजेशन