प्रतीक चौहान/शिवम मिश्रा. रायपुर. Digital Payment ने पूरे देश में क्रांति का काम किया है. यही कारण है कि लोग अब अपने जेब में कैश कम रखते है. लेकिन इस डिजिटल पेमेंट का दुरूपयोग रायपुर ट्रैफिक पुलिस अपने सदुपयोग के लिए कर रही है. वो ऐसे कि ट्रैफिक पुलिस के जवान कैश न लेकर सीधे रिश्वत की रकम अपने खाते में ट्रांसफर करवा रही है. बता दें कि रायपुर एसएसपी ने कुछ महीनों पहले ही एडिशनल एसपी के रिडर को भी ऐसे ऑल लाईन रिश्वत लेने के मामले में सस्पेंड किया था.

पहली तस्वीर में ऑन लाईन पेमेंट लेने के बाद चेक करते, दूसरी और तीसरी में ये कहते मैंने पैसे ही नहीं लिए दिखाओ तुम्हारे पास क्या सबूत है. (सभी तस्वीर 27 जुलाई शाम 6 बजकर 4 मिनट की है.)

 शंकर नगर चौक में ठीक 6 बजे एक कार चालक को ट्रैफिक पुलिस ने रोका. कार चालक लगातार हार्न बजा रहा है. ट्रैफिक पुलिस के रोकने के बाद वहां मौजूद स्टॉफ ने कार में ब्लैक फिल्म होने की बात कही. जिसके लिए जुर्माना भरने युवक को कहा गया.

इसके बाद युवक कार से उतरा और वहां मौजूद ट्रैफिक पुलिस के सब इंस्पेक्टर के पास पहुंचा तो उन्होंने भी ब्लैक फिल्म का जुर्माना भरने कहा. इसके बाद युवक ने वहां मौजूद ट्रैफिक आरक्षक के मोबाइल में सीधे रिश्वत की रकम ट्रांसफर कर दी. ये राशि कितनी थी ये जांच का विषय है, लेकिन लल्लूराम डॉट कॉम के संवाददाता ने वहां जो अपनी आंखों से देखा उसके मुताबिक रकम 300 रुपए थी. जैसे ही रिपोर्टर ने ट्रैफिक पुलिस से पूछा कि पैसे सीधे अकाउंट में ?

तो पहले जवान ने कहा कि हां! युवक के पास कैश नहीं था इसलिए डिजिटल भुगतान किया गया है. इसके बाद वहां मौजूद एक अन्य स्टॉफ ने कहा कि हम अभी रसीद काट देंगे. लेकिन जैसे ही लल्लूराम डॉट कॉम के रिपोर्टर ने ट्रैफिक पुलिस के जवान की फोटो ली. तो वो अपनी बात से मुकर गया कि उसने पैसे लिए ही नहीं.

 इसके बाद उसने भी रिपोर्टर की अपने मोबाइल से फोटो ली. हालांकि ट्रैफिक पुलिस के आरक्षक की पूरी करतूत वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद है. जिस कार चालक को ट्रैफिक पुलिस के जवानों ने रोका था उसका नंबर सीजी 04 एनडी 7772 है.