सीकर। राजस्थान के सीकर जिले की दो बेटियों ने मेहनत और लगन से ऐसा मुकाम हासिल किया है, जिसकी कल्पना उन्होंने भी कभी नहीं की थी. जिले के छोटे-छोटे गांवों से निकलकर इन दोनों छात्राओं का चयन राज्य सरकार की ‘मुख्यमंत्री हमारी बेटी योजना’ के तहत विदेश में स्नातक करने के लिए हुआ है. यह खबर सुनकर उनके गांवों में जश्न का माहौल है.

कौन हैं ये होनहार छात्राएं?
सीकर के मूंडरू कस्बे की विधि कंवर, जो लाखन सिंह की पुत्री हैं, और पाटन ब्लॉक के रायपुर गांव की संजना कंवर, दोनों ही राजकीय विद्यालयों की छात्राएं हैं. प्रदेश के बालिका वर्ग में टॉप थ्री में आने के बाद इन्हें राज्य सरकार की विदेश अध्ययन योजना के अंतर्गत चार साल की ग्रेजुएशन पढ़ाई के लिए चयनित किया गया है.

सरकारी स्कूल से शुरू हुआ था सफर
दोनों छात्राओं ने अपनी स्कूली शिक्षा सरकारी विद्यालयों से पूरी की है. सीमित साधनों के बावजूद इन्होंने पढ़ाई में असाधारण प्रदर्शन किया. अब राज्य सरकार की पहल के तहत ये छात्राएं उच्च शिक्षा के लिए विदेश रवाना होंगी.

गांव में खुशी का माहौल
विदेश में पढ़ाई का मौका मिलने की खबर के बाद मूंडरू और रायपुर गांव में खुशी की लहर दौड़ गई. ग्रामीणों का कहना है कि इन बेटियों ने न सिर्फ अपने परिवार बल्कि पूरे इलाके का नाम रोशन कर दिया है.

राज्य सरकार की योजना से मिली नई उड़ान
‘मुख्यमंत्री हमारी बेटी योजना’ का उद्देश्य ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों की होनहार बेटियों को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करना है. विधि और संजना की यह कामयाबी इस योजना की सफलता की मिसाल बन गई है.