Rajasthan News: कोटा के एमबीएस अस्पताल के डॉक्टरों ने बड़ा कारनामा कर दिखाया है। 6 साल की बच्ची के सिर व दिमाग की सर्जरी कर उसकी जिंदागी बचाई है। इस ऑपरेशन के दौरान खास बात यह है कि हाड़ौती क्षेत्र में ऐसा ऑपरेशन पहली बार किया गया।

इस तरह से बची जान

कोटा की नन्ही दिव्यांशी घर पर ही खेल रही थी। तभी वहां मौजूद थ्रेशर मशीन में उसके बाल फंसने से उसके सिर के बाल, चमड़ी, सिर की हड्डी और उसके दिमाग का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। जिसके बाद परिजनों ने उसे उपचार के लिए एमबीएस हॉस्पिटल में भर्ती करवाया।

एमबीएस हॉस्पिटल के न्यूरो सर्जन डॉ. एसएन गौतम के अनुसार मशीन में सिर फंस जाने से सिर की पूरी चमड़ी बाहर आ गई थी। बच्ची की हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने तत्काल सर्जरी करने का निर्णय लिया। दरअसल बच्ची के दिमाग का एक हिस्सा बाहरी वातावरण में खुला हुआ था। अगर यह काफी देर तक खुला रह जाता तो संक्रमण का खतरा था। डॉक्टरों की टीम में न्यूरो सर्जरी, प्लास्टिक सर्जरी, ऑर्थो सर्जरी और निस्चेतन विभाग के विशेषज्ञ शामिल थे।

पहले बच्ची के क्षतिग्रस्त दिमाग की बाहरी परत को जांघ की अंदरूनी परत के टुकड़े से सुरक्षित किया गया। डॉ. कल्प शाण्डिल्य, डॉ. कनिस्क गोयल, डॉ. बनेश जैन व डॉ. आशीष मोर ने यह जटिल सर्जरी की। प्लास्टिक सर्जन डॉ. मनोजीत द्वारा पैर की चमड़ी को सिर पर ट्रान्सप्लांट कर उसे पूरी तरह से कवर कर दिया। करीब 4 घंटे के कठिन प्रयास से बच्ची को नई जिंदगी मिली।

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