Rajasthan News: अजमेर. शहर के कार एजेन्सी संचालक द्वारा अपने नौकर को कम्पनी का डायरेक्टर बता करोड़ों की टैक्स चोरी करने का मामला सामने आया है. नौकर को आयकर विभाग का नोटिस मिलने से मामला खुला.

अब कर्मचारी ने फर्म मालिक के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है. फॉयसागर रोड प्रेमनगर टीचर्स कॉलोनी निवासी राकेश शर्मा ने रिपोर्ट में बताया कि पटेल मैदान के सामने स्थित पेट्रोल पम्प पर नौकरी के दौरान पम्प संचालक के बड़े भाई व राज ऑटो व्हील्स प्रा.लि. कार एजेंसी के संचालक गोविन्द गर्ग ने उसे कई बार वर्कशॉप पर बुलाकर काम बताए.

शर्मा ने बताया कि उसे आयकर विभाग का नोटिस मिलने पर गोविन्द गर्ग व आशा गर्ग की राज ऑटो प्रा. लि. का उसे डायरेक्टर बनाकर उसकी ओर करोडों रुपए का टैक्स बकाया होना पता चला. फर्म संचालकों से संपर्क करने पर उन्होंने गलती स्वीकार करते हुए टैक्स चुकाने की बात कहकर नोटिस को कोर्ट में निरस्त करवाने का झांसा देकर वकील के जरिए कुछ दस्तावेज पर साइन कराए. पूर्व में भी खाली कागज व फार्म पर साइन करवाकर षडयंत्रपूर्वक 2012-13 में डायरेक्टर बनाया गया था. दूसरा डायरेक्टर कर्मचारी अब्दुल वाहिद को बना गर्ग दंपती डायरेक्टर पद से हट गए. कार कम्पनी ने 2012 में डीलरशिप कैंसिल की तो गर्ग ने 2013 में एजेन्सी बंद कर दी.

टोका तो धमकाया

शर्मा ने बताया कि कोविड काल में बीमार होने पर उसका पैर काटना पड़ गया. तब गोविन्द गर्ग ने उसे डायरेक्टर पद से मुक्त करने की बात कही. मार्च 2022 में उसने पत्नी के सहयोग से लघु-उद्योग खोला. बैंक को 60 हजार जमा कराने पर बैंक खाता इनकम टैक्स में सीज होने का पता चला. उसने गोविन्द गर्ग से फर्जीवाडा खत्म करने की बात कही तो जान से मरवाने की धमकी दी. उसे धमकाया कि उसके साइन कई दस्तावेज पर हैं. सारा बकाया टैक्स उसके सिर थोप देंगे.

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