जयपुर। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में सक्रिय चक्रवाती सिस्टम के प्रभाव से राजस्थान का मौसम पूरी तरह बदल गया है। राज्य के कई हिस्सों में सोमवार से ही बादल छाए हुए हैं और बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि आने वाले दो दिनों तक प्रदेश के कई जिलों में तेज से भारी बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग के जयपुर केंद्र के अनुसार, सोमवार और मंगलवार को इसका सबसे ज्यादा असर उदयपुर और कोटा संभाग के जिलों में देखने को मिलेगा। विभाग ने आज उदयपुर, कोटा, बारां, बूंदी, झालावाड़, चित्तौड़गढ़ सहित छह जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि जयपुर, अजमेर, टोंक, भीलवाड़ा, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, डूंगरपुर सहित 17 जिलों में यलो अलर्ट घोषित किया गया है।
पिछले 24 घंटे में हल्की बारिश
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश दर्ज की गई है, जबकि पश्चिमी राजस्थान में मौसम शुष्क बना रहा। राज्य में सबसे अधिक बारिश झालावाड़ जिले के मनोहर थाना क्षेत्र में 16.0 मिमी दर्ज की गई।
किसानों को सतर्क रहने की सलाह
मौसम विभाग ने मेघगर्जन और बिजली गिरने की संभावना के चलते किसानों और आम जनता को सतर्क रहने की सलाह दी है। कृषि विभाग की ओर से विशेष कृषि मौसम सलाह भी जारी की गई है, ताकि किसान अपनी खड़ी फसलों को बारिश और तेज हवाओं से होने वाले नुकसान से बचा सकें।
दोहरी चक्रवाती स्थिति बनी
मौसम केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में बना डिप्रेशन अब डीप डिप्रेशन में बदल चुका है और इसके आज चक्रवात का रूप लेने की संभावना है। यह चक्रवात 28 अक्टूबर को आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों से टकराएगा। इसके अलावा, मध्य-पूर्वी अरब सागर में भी एक डिप्रेशन सिस्टम सक्रिय है। इन दोनों सिस्टम की वजह से देशभर में नमी की आपूर्ति बढ़ी है, जिसका सीधा असर राजस्थान के मौसम पर देखने को मिल रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि राज्य में 30 अक्टूबर तक बारिश का दौर रुक-रुककर जारी रहेगा।
तापमान में गिरावट
मौसम के बदले मिजाज का असर तापमान पर भी दिखा। रविवार को बादलों और धूप की कमी के कारण उदयपुर, कोटा और अजमेर संभाग के कई शहरों में दिन का तापमान सामान्य से कम रहा। बारां, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, उदयपुर और भीलवाड़ा में अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया। राज्य में सबसे कम अधिकतम तापमान डूंगरपुर में 27.7 डिग्री सेल्सियस रहा।
अगले कुछ दिनों तक राहत नहीं
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर के दोनों सिस्टम एक साथ सक्रिय रहने के कारण राजस्थान में ठंडी हवाएं और नमी दोनों का असर रहेगा। इससे कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश, आंधी-तूफान, और तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी।
राजस्थान में इस समय खरीफ फसलों की कटाई का दौर जारी है, ऐसे में बारिश किसानों के लिए चुनौती भी बन सकती है। विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि खुले में रखी फसलें और उपकरणों को सुरक्षित स्थानों पर रखें, और मौसम विभाग के नियमित अपडेट पर नजर बनाए रखें।
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