लखनऊ. उत्तर प्रदेश में रामचरितमानस को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने आपत्तिजनक टिप्पणी की, उसी अंदाज में हनुमानगढ़ी के पुजारी राजूदास ने भी उनके खिलाफ विवादित एलान कर दिया. रविवार को राजूदास ने एक वीडियो जारी कर कहा कि स्वामी प्रसाद का सिर तन से जुदा करने वाले को 21 लाख का इनाम दिया जाएगा. इस पर अखिल भारतीय मुस्लिम मजलिस-ए-मुशावरत के अध्यक्ष नावेद हामिद ने सोमवार को महंत राजू दास के खिलाफ कार्रवाई में देरी पर सवाल उठाया.

नावेद हामिद ने एक ट्वीट में कहा, सरकार सर तन से जुदा की घोषणा करने वालों के खिलाफ एक्शन की बात करती है, तो ऐसी घोषणा करने वाले अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है? क्या महंत राजू दास और उनके जैसे अन्य लोगों के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई की जाएगी? उन्होंने कहा, वैसे ये लोग (महंत राजू दास और अन्य) मुसलमान नहीं हैं और शायद यही देरी की वजह है. ट्वीट में यूपी डीजीपी को टैग किया गया है.

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बता दें कि सपा एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस पर टिप्पणी करने के बाद रविवार को फिर ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा कि धर्म की दुहाई देकर आदिवासियों दलितों, पिछड़ों व महिलाओं को अपमानित किए जाने की साजिश का विरोध करता रहूंगा. जिस तरह कुत्तों के भौंकने से हाथी अपनी चाल नहीं बदलती उसी प्रकार इनको सम्मान दिलाने तक मैं भी अपनी बात नहीं बदलूंगा.

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