रायपुर. छत्तीसगढ़ से राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय ने दिल्ली में केंद्रीय रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने प्रदेश के रेलवे से सम्बंधित सभी मांगों और मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की. इस दौरान उन्होंने प्रदेश की जनता की रेलवे से जुडी कई मांगों और प्रदेश के सभी स्टेशनो में यात्री सुविधाओं की समीक्षा और इनकी वृद्धि को लेकर विस्तार से चर्चा की.

सरोज पांडेय ने आगे कहा कि दुर्ग के स्थानीय निवासियों की लबे समय से मांग थी कि बिलासपुर रीवां एक्सप्रेस, जो कि बिलासपुर से रीवां के बीच चलती है, उसे दुर्ग से चलाया जाए और नौतनवा एक्सप्रेस, जो दुर्ग से नौतनवा बे बीच सप्ताह में मात्र दो दिन चलती है उसे रोज चलाया जाए. इस मांग पर रेल मंत्री ने तुरंत ही विचार करने का आश्वासन दिया और सम्बंधित प्राधिकारियों को इसके लिए आवश्यक निर्देश जारी किए.

सरोज पांडेय विगत 8 और 9 मई को कोरबा , मरवाही , पेंड्रा के आधिकारिक दौरे पर थीं. जब वहां की स्थानीय जनता ने उन्हें रेलवे से सम्बंधित कई समस्याओं से अवगत कराया था और कई मांगें रखी थी. वैसे भी मरवाही, पेंड्रा क्षेत्र रेलवे के सुविधाओं के हिसाब प्रदेश के बाकी क्षेत्रों से पिछड़ा है. पेण्ड्रा रोड क्षेत्र की स्थानीय जनता ने पेण्ड्रा रोड रेलवे स्टेशन में प्लेटफार्म क्रमांक 1 और 2 में शेड निर्माण की मांग की थी. साथ ही पेंड्रा रोड में कई एक्सप्रेस ट्रैन के स्टॉपेज के शुरू करने के अलावा पेंड्रा रोड से गेवरा रोड के बीच 121 किमी के रेल कॉरिडोर की घोषणा के बाद भी वर्तमान तक कार्य शुरू ना होने की जानकारी दी थी. मरवाही क्षेत्र के लोगों ने रेल ट्रैक के लिए जमीन अधिग्रहण किये जाने बाद भी वर्तमान तक मुआवजा नहीं मिलने जानकारी दी थी.

इन सभी विषयों को रेल मंत्री से चर्चा के दौरान उनके संज्ञान में लाया और उन्होंने ने भी इन सभी विषयों को प्राथमिकता से देखकर इनके शीघ्र निराकरण का भरोसा दिलाय. सरोज पांडेय ने मंत्री को इस बात का भी धन्यवाद दिया कि संसद के बजट सत्र में जो उन्होंने दुर्ग के रेलवे स्टेशन के सुविधाओं में विस्तार और सौंदर्यीकरण की मांग की थी, उसे उन्होंने तत्काल पूर्ण कर इस परियोजना की शुरुआत कर दी है.

बता दें कि दुर्ग रेलवे स्टेशन के उन्नयन के प्रस्ताव के लिए वास्तुविदों के चयन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. जल्द से जल्द दुर्ग के निवासियों को सर्वसुधायुक्त और नए स्वरुप में रेलवे स्टेशन की सौगात मिलेगी. सरोज पांडेय ने कहा कि क्षेत्र का विकास और जनता को ज्यादा से ज्यादा सुविधा देना चाहे किसी भी क्षेत्र में क्यों न हो, उनकी पहली प्राथमिकता रही है.

इसे भी पढ़ें : विशेष आलेख : भूपेश बघेल का भेंट मुलाकात कार्यक्रम का सत्ता के कामकाज और जनता के रुख पर कितना असर !