रायपुर। छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार के एक साल पूरा होने पर पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह ने प्रेसवार्ता कर सरकार के कामकाज पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने भूपेश सरकार के एक साल के कामकामज को विजन विहीन करार दिया.

उन्होंने कहा कि किसी भी सरकार के लिए पहला साल बेहद महत्वपूर्ण होता है. पहले साल में एक आधार खड़ा होता है. फाउंडेशन तैयार किया जाता है. इसके आधार पर ही विकास की एक मजबूत इमारत खड़ी होती है. दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस एक साल में भूपेश सरकार का कोई विजन नहीं दिखा. ये एक साल एक बुरे सपने की तरह दिखा. जनता जिन्होंने वोट देकर कांग्रेस की सरकार बनाई सब अपने आपको ठगा सा महसूस कर रहे हैं. सरकार की वादाखिलाफी का नमूना जनता ने दिखाया. 11 लोकसभा में से 9 पर करारी हार मिली. जनता ने नकार दिया. नकार दिए जाने के बाद दोष देते हैं ईवीएम को.

रमन सिंह ने कहा कि किसान आज भी चक्कर काट रहा है. मुख्यमंत्री अपने आप को किसान पुत्र कहते है लेकिन उनके राज्य में किसान परेशान है. किसान आश्चर्यचकित है. 2500 रुपये और दो साल का बोनस किसानों को नहीं मिला. छत्तीसगढ़ के धान खरीदी केंद्रों में किसान आंदोलित है. कई जगहों पर आज भी चक्काजाम की स्थिति बनी है. एक लाख से ज्यादा स्व सहायता समूह की बहने इंतजार कर रही हैं कि 1100 करोड़ का कर्ज कब माफ होगा. कांग्रेस ने जन घोषण पत्र में ये वादा किया था. पूर्ण शराबबंदी के वादे के साथ महिलाओं ने कांग्रेस को वोट दिया. शराब बंदी तो नहीं हुई बिक्री बढ़ गई. हर महीने 300 करोड़ का भूपेश टैक्स जा रहा है लेकिन भ्रष्टाचार पर कोई बात नहीं कर रहा.

उन्होंने कहा कि नई नौकरी देने की बात अलग कम से कम दस हजार लोगों को नौकरी से निकाल दिया गया. 15 साल तक बीजेपी सरकार ने स्वास्थ्य योजना का लाभ जनता को दिया था, लेकिन सरकार ने इस व्यवस्था को बंद कर दिया. कांग्रेस का ड्रीम प्रोजेक्ट था यूनिवर्सल हेल्थ स्किम का अता पता नहीं. एक साल में वित्तीय व्यवस्था चरमरा गई. हमने 15 साल तक वित्तीय घाटे को नियंत्रण में रखा. एक साल में 15 हजार करोड़ का कर्ज सरकार ने ले लिया. राज्य वित्तीय कुप्रबंधन का शिकार हो गया है. नान प्लान में पूरा पैसा खर्च सरकार कर रही है. सरकार वित्तीय कुचक्र में फंस गया है. प्लान हॉलीडे शब्द का उपयोग दिग्विजय सरकार के वक्त किया जाता था. ऐसी वित्तीय स्थिति छत्तीसगढ़ में आ रही है.

रमन सरकार ने कहा कि 30 हजार किलोमीटर सड़क मेरे कार्यकाल के वक़्त मिली थी, उसे बढ़ाकर हमने 60 हजार किलोमीटर तक किया. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल नई सड़क नहीं बना पाएंगे लेकिन कम से कम सड़क के मेंटेनेंस के लिए तो बजट में प्रावधान करे. आप सिर्फ नरवा, घुरवा, गरवा, बाड़ी कहेंगे तो इतने में काम नहीं चलेगा. केंद्र के सहारे यह चल रहा है. गेड़ी चढ़ने और सोटा मरवाने से काम नहीं होता. काम होता है विजन से. केंद्र को चुनौती बताने वाले भूपेश बघेल की टिप्पणी पर डॉक्टर रमन सिंह ने कहा कि राज्य की जनता ने छत्तीसगढ़ में उनकी सरकार बनाई है. मोदी सरकार की ओर देखने के लिए नहीं. ये अपना काम करें. एनआरसी मामले में भूपेश बघेल के बयान पर डॉक्टर रमन सिंह ने कहा कि यदि छत्तीसगढ़ अलग से नागरिकता देने लगे तो ये गलत बात है . नागरिकता का विषय केंद्र का मसला।है.