बालकृष्ण, गौरेला। पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की जाति प्रमाणपत्र खारिज होने के बाद अब बिलासपुर जिला प्रशासन ने इस मामले में छानबीन और आगे की कार्यवाही के लिये रिकार्ड को एक बार फिर से खंगालने की प्रक्रिया शुरू कर दिया है।
सोमवार को बिलासपुर के अपर कलेक्टर केडी कुंजाम जोगी की जाति के मामले को लेकर आगे की कार्यवाही के लिये गौरेला के एसडीएम कार्यालय पहुंचे। यहां अपर कलेक्टर ने गौेरेला एसडीएम नूतन कंवर, नायब तहसीलदार अश्वनी कंवर के साथ जोगी की जाति प्रमाण पत्र के संबंध में दस्तावेजों का निरीक्षण किया और फाईल तथा रिकार्ड को खंगाला।
इसके अलावा 2013 में अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी को चुनाव लड़ने के पूर्व जारी रिकार्ड की फाईल भी तलब की है। ज्ञात होकि 2001 में सीएम रहते हुये मरवाही आरक्षित सीट से अजीत जोगी ने चुनाव लड़ा तथा और तब से इसी सीट से वो चुनाव लड़ते रहे हैं। 2013 के चुनाव में अमित जोगी इस आरक्षित सीट से चुनाव लड़े और वे यहां से विधायक हैं। अमित का जाति प्रमाण पत्र भी गौरेला तहसील से जारी किया गया था।
अब आगे की कार्यवाही के पहले तहसील कार्यालय के रिकार्ड की जांच के लिये अपर कलेक्टर यहां पहुंचे जबकि इसके पहले गौरेला के अतिरिक्त कलेक्टर बीएस उईके और एसडीएम नूतन कंवर से अजीत जोगी ने 15 अगस्त को रेस्टहाउस में मुलाकात किया था।