रायपुर। जिओमी के रेडमी नोट 3 और नोट 4 मोबाइल काफी लोकप्रिय हैं. इनकी बिक्री भी ताबड़तोड़ है. लेकिन आप सावधान हो जाइए, क्योंकि ये फोन बम भी बन सकते हैं और किसी भी वक्त फट सकते हैं. जी हां आप बिल्कुल सही पढ़ रहे हैं, ये मोबाइल कभी भी फट सकते हैं.

ऐसी ही घटना सामने आई है रायपुर में, जहां रुपेश कुमार नाम के शख्स का मोबाइल ब्लास्ट होते-होते बचा. ऊपर से जिओमी कंपनी इसकी जिम्मेदारी लेने को भी तैयार नहीं है. दरअसल रुपेश के पास जिओमी का रेडमी नोट 3 मोबाइल है, जो उन्होंने एमआई स्टोर से ऑनलाइन खरीदा था. मोबाइल खरीदने के करीब 7 महीने के बाद जब इन्होंने अपना मोबाइल चार्ज करने के लिए लगाया, तो रुपेश का मोबाइल गर्म होकर फूलने लगा.

 

इसके बाद उन्होंने मोबाइल के चटकने की आवाज सुनी. इन्होंने जब चेक किया, तो देखा कि मोबाइल की स्क्रीन कई जगह से टूटी हुई थी, मोबाइल फूला हुआ था. रुपेश ने घबराकर मोबाइल को चार्जिंग से बाहर निकाला. उन्होंने जैसे ही मोबाइल को छुआ, उन्हें लगा जैसे उन्होंने किसी गर्म तवे पर हाथ रख दिया हो. जब मोबाइल का स्क्रीन गार्ड रुपेश ने हटाया, तो पता चला कि मोबाइल की स्क्रीन भी टूट चुकी है, पूरी स्क्रीन कैबिनेट से बाहर आ चुकी थी, उसकी पेस्टिंग साफ दिखने लगी थी. मोबाइल का कैबिनेट और उसकी सिम स्लॉट भी क्षतिग्रस्त हो चुके थे.

 

 

कस्टमर केयर और सर्विस सेंटर ने दिया दो टूक जवाब

रुपेश ने तुरंत कस्टमर केयर को फोन किया और सर्विस सेंटर का पता लेकर वहां पहुंचा. कस्टमर केयर और सर्विस सेंटर ने उससे कहा कि चूंकि उसका मोबाइल वारंटी में है, लिहाज़ा वो बन जाएगा. लेकिन जब वो दोबारा अपना मोबाइल लेने गया, तो ये कहकर उन्होंने बनाने से मना कर दिया कि बैटरी आउट ऑफ वारंटी है, क्योंकि बैटरी पर केवल 6 महीने की वारंटी होती है. रुपेश की दलील थी कि बैटरी इसमें अलग से नहीं है, वो मोबाइल का हिस्सा है तो उसे क्यों एसेसीरीज़ की तरह 6 महीने की वारंटी में रखा गया गया है. अगर वो आउट ऑफ वारंटी भी है, तो क्या ये मोबाइल बम बन जाएगा. कस्टमर केयर ने केस बंगलुरु भेजने की बात कही. रुपेश से मोबाइल की फोटो और वीडियो मंगवाया. लेकिन ये सब भेजने के बाद भी कस्टमर केयर वाले लटकाते रहे.

सर्विंस सेंटर पर इन दलीलों का कोई फर्क नहीं पड़ा. मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ के जिओमी सर्विस सेंटर के मैनेजर सुनील चौकसे ने भी यही कहा कि ये बैटरी का मामला है और वे इसमें कुछ नहीं कर सकते. कस्टमर केयर और सर्विस सेंटर के रवैये से परेशान रुपेश अब कंज्यूमर कोर्ट जाने की तैयारी कर रहा है.

इस मामले में हमने स्मार्ट फोन एक्सपर्ट मोहित साहू से बात की. उनका कहना है कि इससे पहले भी नोट सीरीज़ में मोबाइल फटने की बात सामने आ चुकी है. कंपनी के बैटरी की क्वालिटी संदेह के घेरे में है.

 

पहले भी फट चुके हैं जिओमी के मोबाइल

  • इस साल अगस्त में Redmi Note 4 स्मार्टफोन आंध्र प्रदेश के ईस्ट गोदावरी जिले के रावुलालेम में फटा. एक शख्स के पॉकेट में रखा Redmi Note 4 स्मार्टफोन फट गया.
  • बैंग्लुरू में भी जिओमी का रेडमी नोट 4 मोबाइल फटने की खबर आई.