अखिलेश यादव ने सड़क और एक्सप्रेस वे निर्माणों को लेकर सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने सीएम पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि हमारे मुख्यमंत्री जी तो सड़क, फोरलेन और एक्सप्रेस वे में अंतर ही नहीं जानते. उन्होंने एक प्रेसवार्ता में कहा कि ‘आज सभा अखबारों में लिखा है कि 7 हजार करोड़ का हाइवे है. इसमें से 2 हजार करोड़ अगर किसानों के मुआवजे में गया तो बचा 5 हजार करोड़, मतलब यदि हम 5 हजार करोड़ को अगर 91 किलोमीटर की सड़क से डिवाइड कर दें तो लगभग 50 करोड़ रुपये प्रति किलोमीटर लागत लगी. उसमें बना तो 4 लेन का हाइवे.

अखिलेश ने आगे कहा कि वो एक्सप्रेस वे नहीं है. हमारे मुख्यमंत्री जी सड़क, फोरलेन और एक्सप्रेस वे में अंतर ही नहीं जानते हैं. अगर जानते होते या कभी किताब खोल के देख लेते कि क्या इंडियन रोड कांग्रेस की मानकों के तहत ये सड़क बनी हैं? जिसने भी मानकों से खिलवाड़ किया है, क्या ये सरकार ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कभी कार्रवाई करेगी?

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बता दें कि सीएम योगी ने आज ही गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे (Gorakhpur Link Expressway) का लोकार्पण किया है. इस दौरान योगी ने कहा कि पहले लोग आजमगढ़ (Gorakhpur Link Expressway) का नाम लेने से घबराते थे लेकिन अब पहचान की कोई संकट नहीं है. 8 साल में आजमगढ़ की तस्वीर बदली है. ‘पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की कनेक्टिविटी पटना तक’ है.