भोपाल। निवाड़ी जिले के सेतपुरा गांव में बोरवेल में गिरे चार साल के मासूम को 90 घंटे के रेस्क्यू अभियान के बाद भी बचाया नहीं जा सका. सुबह 3 बजे प्रहलाद को निकाला गया. बोरवेल से निकालने के बाद उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र निवाड़ी ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. रविवार को पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा.

देर रात एक्सपर्ट ने तय की सुरंग की दिशा

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शनिवार रात करीब 11 बजे एनडीआरएफ की टीम खुदाई रोक दी. इसके बाद देर रात झांसी से एक्सपर्ट की टीम आई, जिन्होंने मैग्नेटिक अलाइनमेंट के जरिए सुरंग की दिशा तय की. फिर दोबारा खुदाई शुरू की गई और तड़के 3 बजे बच्चे को निकाला गया. उसे तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया.

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जानकारी के मुताबिक, बुधवार शाम से ही बालक की कोई हलचल नहीं थी. वह बुधवार सुबह करीब 9 बजे 200 फीट गहरे बोरवेल में गिरा था. 59 फीट नीचे फंस गया था. उसे निकालने के लिए सेना व अन्य एजेंसियों की मदद से बड़ा अभियान चलाया गया, लेकिन उसे जीवित नहीं निकाला जा सका.

सीएम शिवराज ने की मुआवजे की घोषणा

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा कि मुझे अत्यंत दुख है कि निवाड़ी के सेतपुरा गांव में अपने खेत के बोरवेल में गिरे मासूम प्रहलाद को 90 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भी बचा नहीं पाए. एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और अन्य विशेषज्ञों की टीम ने दिन रात मेहनत की लेकिन अंत में आज सुबह 3 बजे बेटे का मृत शरीर निकाल गया.

दूसरे ट्वीट में लिखा कि दु:ख की इस घड़ी में मैं व पूरा प्रदेश प्रहलाद के परिवार के साथ खड़ा है और मासूम बेटे की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर रहा है. सरकार प्रहलाद के परिवार को पांच लाख रुपये का मुआवजा देगी और उनके खेत में नया बोरवेल भी किया जाएगा.