मनेंद्र पटेल, दुर्ग. छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के मतदान के लिए आज से नामांकन पत्र लेने और जमा करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. पहले दिन दुर्ग जिले में 30 से अधिक प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र लिया. दुर्ग जिले के कई विधानसभा क्षेत्रों में राष्ट्रीय राजनीतिक दल भाजपा और कांग्रेस से बगावती तेवर दिखाते हुए पार्टी के कई कार्यकर्ताओं और पूर्व विधायकों ने नामांकन फार्म लिया है.

दूसरे चरण के नामांकन की प्रक्रिया 30 अक्टूबर तक चलेगी. 31 अक्टूबर को स्क्रूटनी और 2 नवम्बर को नाम वापसी के बाद पूरी तस्वीर साफ होगी. दुर्ग जिले में आज 6 विधानसभा सीटों के लिए प्रत्याशियों ने नामांकन फार्म लिया है. जिले के भिलाई नगर, दुर्ग शहर, दुर्ग ग्रामीण, अहिवारा, वैशाली नगर, और पाटन विधानसभा के निर्दलीय प्रत्याशी एवं पार्टी से नाराज कार्यकर्ताओं ने नामांकन फॉर्म लेकर पार्टी द्वारा घोषित किए गए प्रत्याशियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. अब सभी को पार्टी के बी फॉर्म का इंतजार है. बी फार्म नहीं बदले जाने पर यह निर्दलीय मैदान में उतरकर पार्टी द्वारा घोषित प्रत्याशियों का खेल बिगाड़ सकते हैं.

यदि भाजपा और कांग्रेस के बागी प्रत्याशी नामांकन फार्म जमा करते हैं और निर्दलीय चुनावी मैदान पर उतरते हैं तो भाजपा और कांग्रेस जैसी राष्ट्रीय पार्टी को बड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है, जिसमें सबसे ज्यादा वैशाली नगर विधानसभा, दुर्ग विधानसभा क्षेत्र एवं अहिवारा विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं ने फार्म लिया है.

वैशाली नगर विधानसभा क्षेत्र से पूर्व पार्षद और जिला मंत्री जयप्रकाश यादव एवं मछुआ भाजपा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष छोटे लाल चौधरी ने भाजपा के घोषित प्रत्याशी रिकेश सेन का विरोध करते हुए नामांकन फार्म लिया है. निर्दलीय पार्षद वसिष्ठ नारायण मिश्रा भी चुनावी मैदान मे अब निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात कह रहे हैं. उनका मानना है कि पार्टी किसी को भी मैदान में उतारती तो हमें स्वीकार होता, लेकिन पार्षद रीकेश सेन को टिकट देने से पार्टी के कार्यकर्ताओं का मनोबल कमजोर हो गया है, जिससे भारतीय जनता पार्टी वैशालीनगर नगर सीट हारने जा रही. वहीं कार्यकर्ताओं और आम जनता के निर्देश पर अब छोटेलाल चौधरी और जयप्रकाश यादव ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है.

पूर्व विधायक सांवला राम डाहरे

वही दूसरी ओर अहिवारा विधानसभा क्षेत्र में भी कांग्रेस के घोषित प्रत्याशी चरोदा महापौर निर्मल कोसरे के विरोध में अनुसूचित जाति विभाग के महामंत्री राजन खुटेल एवं भारतीय जनता पार्टी के घोषित प्रत्याशी डोमन लाल कोरसेवाड़ा के विरोध में पूर्व विधायक सांवला राम डाहरे ने भी फॉर्म लेकर मैदान में उतरने का ऐलान कर दिया है. इससे फिर एक बार पार्टी में हलचल तेज हो चुकी है. निर्दलीय मैदान में उतरने की घोषणा से प्रत्याशी अपने ही पार्टी का समीकरण बिगाड़ने नजर आ रहे हैं. वहीं अब देखना होगा कि 31 अक्टूबर तक कितने प्रत्याशी मैदान में टिके रहते हैं और कितने नामांकन वापस लेते हैं.