सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर. रिम्स मेडिकल कॉलेज के फर्जीवाड़े मामले को लेकर जांच करवाई जाएगी. विद्यार्थियों ने शिकायत की थी कि, जो विद्यार्थी साल भर कॉलेज नहीं आए, इंटर्नशिप नहीं किए हैं उन्हें भी सर्टिफिकेट जारी किया गया है. जो नियमानुसार इंटर्नशिप किए हैं और कॉलेज गए हैं उनका सर्टिफिकेट रोक दिया गया है.

लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत करते हुए मेडिकल शिक्षा संचालक डॉक्टर विष्णु दत्त ने कहा कि रिम्स मेडिकल कॉलेज रायपुर पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए शिकायत जितने बिंदुओं पर मिली है. नोटिस जारी कर जांच कमेटी बैठाएंगे. विद्यार्थियों ने शिकायत किया है एवं अन्य माध्यमों से दस्तावेज प्राप्त हुआ है, जितने बिंदुओं के आधार पर शिकायत हो या उतने बिंदुओं के आधार पर जांच की जाएगी.

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गौरतलब है कि, रिम्स मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थियों ने शिकायत की है कि जो विद्यार्थी साल भर कॉलेज नहीं आए, इंटर्नशिप नहीं किए हैं उन्हें भी सर्टिफिकेट जारी किया गया है. जो नियमानुसार इंटर्नशिप किए हैं और कॉलेज गए हैं उनका सर्टिफिकेट रोक दिया गया है. क्योंकि उन्होंने कॉलेज में हो रहे भ्रष्टाचार गड़बड़ियों को उजागर किया, जिसका खुन्नस भविष्य को दांव में लगाकर निकाला जा रहा है.

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साथ ही शिकायत किया गया है कि स्टाइप फंड नहीं दिया गया है. वहीं उसके एवज में हॉस्टल में रहने का दावा करवाते हुए जबरन साइन लिया जा रहा है. ताकि स्टाइप फंड को हॉस्टल फीस दिखाया जा सके.