सुशील सलाम, कांकेर. आदिवासी बहुल कांकेर के राजमहल में आंगादेव और शीतला माता की पूजा के साथ ही रियासतकालीन मेला रविवार को शुरू हुआ. इस मेला में बड़ी संख्या में सिरहा, आंगा, बैगा और देवी-देवता दूर-दराज से शामिल होने पहुंचे, जहां सभी देवी-देवताओं का राजपरिवार ने स्वागत किया और पूजा-अर्चना की.

राजमहल से विदाई के बाद देवी-देवता मेलाभाठा पहुंचे, जहां साढ़े तीन कोसी परिक्रमा की गई. महाराज कुमार सूर्य प्रतापदेव ने बताया कि कांकेर का मेला रियासत में साल का पहला मेला होता है. इसके साथ ही जिलेभर में मेला लगने का सिलसिला शुरु हो जाता है. उन्होंने बताया कि कांकेर रिसायत की सुख-समृद्धि के लिए मेला का आयोजन कर देवी-देवताओं की पूजा की जाती है. मेला देखने के लिए ग्रामीण इलाकों से भी लोग पहुंच रहें है. चार दिवसीय मेला को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. वहीँ राजपरिवार के सदस्यों से लोगों ने मुलाकात की और फूलमाला से स्वागत किया गया. इस मौके पर अश्वनी प्रताप देव व् अन्य लोग मौजूद रहे.