पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद. ओडिशा के कालाहांडी क्षेत्र के क्रेशर मालिक के अवैध रूप से ओवरलोड हाईवा भेजने के मामले में गरियाबंद के देवभोग अनुविभाग के ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया. स्थानीय लोगों ने चार हाईवा को तीन घंटे तक रोककर अपनी नाराजगी जताई और सड़क की जर्जर स्थिति के खिलाफ आवाज उठाई. लेकिन हैरानी की बात यह है कि इस दौरान प्रशासन ने हस्तक्षेप नहीं किया. वहीं ग्रामीणों ने प्रशासन पर भी मिली भगत के गंभीर आरोप लगाए हैं.
ग्रामीणों का आरोप है कि ओडिशा के बेहेरा स्थित क्रेशर से आए ये हाईवा हमेशा की तरह ओवरलोड थे और पाइक पड़ा बॉर्डर से होकर उसरीपानी होते हुए नवरंगपुर जिले के चंदाहांडी ब्लॉक की ओर जा रहे थे. गांव के प्रमुख लालीतराम, इशाराम पुजारी और जगत मरकाम ने बताया कि जब उन्होंने हाईवा को रोका, तो उन्होंने तुरंत एसडीएम ऑफिस में भी शिकायत की, लेकिन घंटों इंतजार के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. क्रेशर मालिक ने ग्रामीणों को सड़क की मरम्मत कराने का आश्वासन दिया जिसके बाद ग्रामीणों ने प्रदर्शन खत्म किया और हाईवा को जाने दिया.
प्रशासन पर लगा मिली भगत का आरोप
ग्रामीणों का आरोप है कि स्थानीय प्रशासन के साथ मिलीभगत कर ओडिशा के कारोबारी उनके क्षेत्र की सड़कों को बर्बाद कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि पीएम सड़क अब गड्ढों में तब्दील हो चुकी है, जिससे दुपहिया वाहन की आवाजाही भी बंद हो गई है. इसके अलावा, ओडिशा से चलने वाली बसें भी अब बंद हो गई हैं.
तीन दिन पहले कलेक्टर से की थी शिकायत
सड़क की जर्जर स्थिति को लेकर ग्रामीणों ने तीन दिन पहले सिनापाली में आयोजित जन समस्या निवारण शिविर में कलेक्टर के समक्ष शिकायत की थी, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. जब मामले की जानकारी के लिए एसडीएम तुलसीदास मरकाम से संपर्क किया गया, तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया. तहसीलदार चितेश देवांगन ने कहा कि उन्हें इस मामले की कोई सूचना नहीं मिली.
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