धमतरी। जिले में पंचायत कर्मचारियों की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है. ऐसा ही मामला सामने आया है मगरलोड के अमलीडीह गांव में, जहां पदस्थ रोजगार सहायक दिगंबर कंवर ने अपने मृत पिता और परिजनों के नाम से मस्टररोल में फर्जी हाजिरी चढ़ाकर हजारों रुपए निकाल लिए. मामले का खुलासा सोशल ऑडिट के दौरान हुआ.

ग्रामीणों ने रोजगार सहायक दिगंबर कंवर की शिकायत जिला प्रशासन से की. हालांकि अभी तक रोजगार सहायक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है. इसे लेकर ग्रामीणों में आक्रोश देखने को मिल रहा है.

रोजगार सहायक दिगंबर कंवर

गौरतलब है कि अमलीडीह गांव में सोशल ऑडिट के दौरान कई गड़बड़ियां सामने आई हैं. यहां के रोजगार सहायक पर जनपद के कुछ अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगा है. सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मिली है कि रोजगार सहायक ने उन लोगों के नाम भी मस्टररोल में दर्ज कर लिए जो खुद उनके परिवार के हैं और कुछ लोग तो ऐसे हैं, जो गांव के ही नहीं हैं.

मस्टररोल में मृत पिता का नाम भी किया दर्ज

आरोपी रोजगार सहायक दिगंबर ने अपने मृत पिता का नाम भी मस्टररोल में दर्ज किया है. इसके अलावा डबरी निर्माण के नाम पर भी फर्जी दस्तावेज बनाकर पैसे निकाल लिए. जबकि गांव में डबरी का निर्माण हुआ ही नहीं. पशु शेड के नाम पर भी पैसों का फर्जीवाड़ा दिगंबर ने किया. हितग्राहियों को सीधे पैसे नहीं देकर सिर्फ निर्माण सामग्री मुहैया कराई गई. इसमें भी जितनी सामग्री देनी थी, उतनी नहीं दी गई. इसके कारण हितग्राहियों को अलग से निर्माण सामग्री समेत मजदूरों को भुगतान करना पड़ा.

हितग्राहियों का कहना है कि लागत राशि के हिसाब से उन्हें सामग्री नहीं दी गई. उन्होंने कहा कि कई बार रोजगार सहायक की शिकायत भी उन्होंने की. सोशल ऑडिट में खुलासे के बाद मामले की शिकायत लोकसुराज अभियान से लेकर जनपद जिला जनदर्शन में किया गया, लेकिन प्रशासन ने सिर्फ नोटिस देकर मामले को रफा-दफा कर दिया. लोगों का कहना है कि कार्रवाई नहीं होने से रोजगार सहायक दिगंबर का मन और बढ़ गया है और वो जमकर भ्रष्टाचार कर रहा है.

वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि रोजगार सहायक नियम के खिलाफ पद पर काम कर रहा है. ग्रामीणों ने जनपद पंचायत के सीईओ पर रोजगार सहायक को शह देने का आरोप लगाया.

उच्चस्तरीय जांच की मांग

फिलहाल ग्रामीण मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग कर रहे हैं. इधर जिला प्रशासन ने जांच के बाद कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.