रायपुर. राजधानी रायपुर को रेड से ग्रीन जोन में किए जाने की अफवाह उड़ी है. लोग इस खबर को सोशल मीडिया में धड़ल्ले से वायरल कर रहे हैं. लेकिन ये खबर सच नहीं है. रायपुर जिले को अभी ग्रीन जोन में शामिल नहीं किया गया है. इसकी वजह हम बताते हैं. यहां पढ़िए ये पूरी खबर…

केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार, जिस जिले में 14 दिन के अंदर कोरोना पॉजिटिव पाया गया है, वह जिला रेड जोन में रहेगा. वहीं 14 से 21 दिन के अंदर जिस जिले में कोरोना के मरीज नहीं मिले हैं, वह आरेंज जोन में होगा. और 21 जिन से ऊपर जिस जिले में कोरोना संक्रमित नहीं पाया गया है वह ग्रीन जोन में रहेगा. जिस जिले में एक साथ बहुत ज्यादा मरीज मिल रहे हैं, वह जिला हॉटस्पाट (कंटेनमेंट जोन) होगा.

केंद्र सरकार की गाइडलाइन है कि जिस जिले में दो नगर निगम है, तो जिस नगर निगम में 14 दिन के अंदर कोरोना पॉजिटिव मिला है. वह निगम रेड जोन में होगा, वहीं दूसरा नगर निगम को नहीं माना जाएगा.

गाइडलाइन के अनुसार, जैसे राजधानी में रायपुर नगर निगम और बिरगांव नगर निगम हैं, चूंकि रायपुर नगर निगम क्षेत्र में नयापारा स्थित वेंकटेश होटल में विगत 24 अप्रैल को एक नर्सिंग स्टाफ को कोरोना पॉजिटिव पाया गया था. इसलिए रायपुर नगर निगम 14 दिन तक रेड जोन में होगा. अगर नर्सिंग स्टाफ एम्स में कोरोना का मरीज बनता, तो रायपुर नगर निगम ग्रीन जोन में आ जाता, क्योंकि रायपुर जिले में कोरोना का आखिरी मरीज 31 मार्च को डीडी नगर में मिला था. डीडी नगर की एक लड़की कोरोना पॉजिटिव मिली थी.

उस हिसाब से अगर यह नर्सिंग स्टाफ नयापारा जैसे घनी बस्ती के होटल वेंकेटेश में 24 अप्रैल को कोरोना का पॉजिटिव नहीं आया होता तो आज रायपुर ग्रीन जोन के दायरे में होता.

कोरबा जिला आरेंज जोन में

कोरबा जिले के कटघोरा में आखिरी मरीज 16 अप्रैल को आया था. उस हिसाब से आज तक 14 दिन पार हो चुका है और 21 दिन के अंदर, इसलिए यह जिला आरेंज जोन में आ चुका है.

गाइडलाइन के अनुसार सूरजपुर रेज जोन

वर्तमान में छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले के साथ सूरजपुर जिला भी रेड जोन में है, क्योंकि सूरजपुर जिले में पिछले दो तीन दिनों में 6 कोरोना पॉजिटिव पाये गए हैं. अगर सूरजपुर में 14 दिन तक कोई मरीज नहीं मिला तो यह आरेंज और ग्रीन जोन में आ जाएगा. आगे जिस जिले में कोई कोरोना का मरीज पाया जाता है तो केंद्र की गाइडलाइन के अनुसार वह रेड जोन माना जाएगा.

सीएम भूपेश बघेल ने की थी चर्चा

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन से फोन पर चर्चा की थी. उन्होंने कहा था कि रायपुर जिले में जो कोरोना पॉजिटिव मिला है. वह एम्स का स्टाफ है इसलिए रायपुर जिले को ग्रीन जोन घोषित कर दिया जाए, लेकिन अभी केंद्र सरकार की ओर इसका कोई आदेश नहीं आया है.

बता दें कि यह खबर केंद्र सरकार की ओर से जारी की गई गाइडलाइन के अनुसार बनाई गई है. इस हिसाब से रायपुर ग्रीन जोन में नहीं है. वहीं सूरजपुर रेड जोन में होगा.