नई दिल्ली। ईशा फाउंडेशन के संस्थापक और आध्यात्मिक नेता सद्गुरु जग्गी वासुदेव की नई दिल्ली के अपोलो अस्पताल में आपातकालीन मस्तिष्क सर्जरी हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सद्गुरु जग्गी वासुदेव से बात कर उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की. इसे भी पढ़ें : बेमौसम बारिश की मार झेलने वालों को बड़ी राहत, साय सरकार ने दिए नुकसान की भरपाई के आदेश…

सद्गुरु जग्गी वासुदेव पिछले चार सप्ताह से गंभीर सिरदर्द का अनुभव कर रहे थे. जांच में डॉक्टरों को पता चला कि उनके मस्तिष्क में भारी रक्तस्राव और सूजन है, जिसके बाद सर्जरी की गई. दिल्ली के अपोलो अस्पताल के वरिष्ठ सलाहकार न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. विनीत सूरी ने इसका विवरण साझा करते हुए कहा कि सद्गुरु की “जीवन-घातक स्थिति” थी. सीटी स्कैन में रक्तस्राव के साथ-साथ उनके मस्तिष्क में गंभीर सूजन का पता चला.

“सद्गुरु की हाल ही में जान को खतरा था. उन्हें पिछले चार हफ्तों से सिरदर्द था, और सिरदर्द बहुत गंभीर था, जिसे वह नजरअंदाज कर रहे थे, क्योंकि वह अपनी दैनिक गतिविधियाँ करना चाहते थे. दर्द वास्तव में 15 मार्च को गंभीर हो गया था, जब उन्होंने मुझसे संपर्क किया और मुझे तुरंत पता चल गया कि कुछ भयावह घटित हो रहा है.”

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डॉक्टर ने आगे कहा कि उन्होंने एमआरआई किया गया, जिससे पता चला कि उनके मस्तिष्क में भारी रक्तस्राव हुआ था. बाद में उनकी सर्जरी हुई. डॉक्टर ने कहा, “वह अब ठीक हैं, और अपने सामान्य स्वरूप में वापस आ गए हैं. उनकी लगातार प्रगति हो रही है.” सद्गुरु कुछ बैठकों और एक सम्मेलन में भाग लेने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में थे, जब उन्हें अभी भी गंभीर सिरदर्द हो रहा था.