नई दिल्ली . मुख्यमंत्री ने इंसुलिन को लेकर तिहाड़ प्रशासन को चिट्ठी लिखकर गंभीर आरोप लगाए हैं. इस पर तिहाड़ के महानिदेशक (डीजी) संजय बेनीवाल ने कहा कि तिहाड़ में सभी कैदियों के लिए एक समान नियम हैं.

डीजी ने कहा कि जेल प्रशासन दिल्ली सरकार के द्वारा पारित नियमों के आधार पर जेल प्रशासन चलता है, हमारा जेल मैनुअल है. सब कैदी एक समान हैं, नियम सबके लिए एक समान हैं. 20 हजार कैदी हमारे पास हैं, सबको अलग-अलग बीमारी है. करीब 90 स्पेशलिस्ट डॉक्टर तिहाड़ में हैं, सीनियर मेडिकल ऑफिसर हैं.

जेल में सभी सुविधा बेनीवाल ने कहा कि 120 बेड का अस्पताल है. इसके अलावा रेफेरल अस्पताल हैं, जिसमें एम्स भी आता है, जितने भी सरकारी अस्पताल हैं वो हमारे रेफेरल होते हैं, वहां से भी डॉक्टर आते हैं. हर जेल में एक डिस्पेंसरी होती है जिसमे 8-10 बेड है. डायबिटीज के 900 से 1000 कैदी हैं, कई ऐसे हैं जिनको इंसुलिन की जरूरत होती है . जेल में केमिस्ट शॉप भी है, दवाई का स्टॉक जेल में हैं, इंसुलिन भी है.

डॉक्टर तय करता है दवाई कौन सी देनी है डीजी ने कहा कि दवाई कौन सी देनी है, ये डॉक्टर तय करता है. आपको डॉक्टर पर भरोसा रखना होगा. हमारे पास जो कैदी हैं वो ज्यूडिशियल कस्टडी में हैं, उनका जो अधिकार है वो जेल में दिया जा रहा है. बाहर कौन क्या बोल रहा है मुझे इसकी जानकारी नहीं है.