नई दिल्ली. उद्धव ठाकरे के महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के एक दिन बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिवसेना नेता संजय राउत को दूसरा समन भेजा है. 1,034 करोड़ रुपये के पात्रा चावल भूमि घोटाला मामले में ईडी ने 1 जुलाई को संजय राउत को पूछताछ के लिए बुलाया है, जिस पर उन्होंने कहा कि “मैं शुक्रवार को ईडी कार्यालय जाऊंगा और उनके सभी सवालों का जवाब दूंगा.”

ईडी ने सोमवार को पुणे के कारोबारी अविनाश भोसले को डीएचएफएल, यस बैंक मामले में हिरासत में लिया था. सूत्रों ने दावा किया था कि ईडी इस मामले में भी राउत से पूछताछ करना चाहते थे. उनका पात्रा चॉल मामला भी डीएचएफएल मामले से जुड़ा था. ईडी का समन मिलने के तुरंत बाद राउत ने ट्विटर पर आरोप लगाया कि केंद्र के निर्देश पर उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है. ईडी ने अप्रैल में भूमि घोटाले के सिलसिले में राउत से जुड़ी संपत्ति कुर्क की थी.

ईडी ने राउत के सहयोगी प्रवीण राउत की 9 करोड़ रुपये की संपत्ति और संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत की 2 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की थी. प्रवीण के पास अलीबाग में आठ पार्सल जमीन और वर्षा राउत के नाम पर पंजीकृत एक फ्लैट था, जिसे कुर्क किया गया था. ईडी ने इस सिलसिले में प्रवीण को गिरफ्तार किया था.

ईडी के एक अधिकारी ने कहा, “हमने मामले में एचडीआईएल के प्रवीण, सारंग वधावन, राकेश वधावन, गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन और अन्य के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया.”

जांच के दौरान ईडी को पता चला कि प्रवीण ने वर्षा को कथित तौर पर 55 लाख रुपये दिए थे. यह भुगतान प्रवीण की पत्नी के बैंक खाते से किया गया था. ईडी ने इस पैसे को अपराध की आय करार दिया.

यह भी आरोप लगाया गया कि संजय राउत की यात्रा का खर्च प्रवीण ने वहन किया, जिसमें उनके होटल में ठहरने और हवाई टिकट शामिल थे.