नई दिल्ली . आम आदमी पार्टी नेता संजय सिंह का कहना है कि भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी ने भले ही मनोबल तोड़ने के लिए फर्जी मामले लगाकर पार्टी के शीर्ष नेताओं को जेल भेज दिया हो लेकिन इससे उनका मनोबल टूटने की बजाय और मजबूत हुआ है. जेल भेजकर उन्होंने नेक काम किया है, क्योंकि 6 महीने की कैद की वजह से वह अपने बारे में बहुत कुछ समझ गए हैं. यह बयान संजय सिंह ने एक वीडियो जारी कर दिया. उन्होंने कहा कि बीते 10 दिन से वह जेल के बाहर हैं और उनको बहुत सुकून की नींद आ रही है.

उन्होंने कहा- 6 महीने तक जेल में रहा. इस दौरान कुछ दिनों तक आइसोलेशन में रखा गया. श्री मोदी ने शायद यह मौका नहीं दिया होता तो स्वयं अपने आप से मुलाकात नहीं कर पाता. उन तमाम महापुरुषों से मुलाकात नहीं कर पाता, उन तमाम क्रांतिकारियों से मुलाकात नहीं कर पाता, जिनके बारे में सुनता था, उनकी कहानी पढ़ता था क्योंकि जब कोई व्यक्ति एकांत में होता है तो उसे बहुत कुछ सोचने, समझने और चिंतन करने का मौका मिलता है.

उन्होंने कहा- मैंने नेल्सन मंडेल को पढ़ा. क्या शानदार क्रांतिकारी जीवन था उनका. भगत सिंह से मुलाकात की. 23 साल के इस नौजवान ने देश के लिए अपना सबकुछ न्यौछावर किया. मैंने अशफाकउल्ला, रोशन सिंह, राम प्रसाद बिस्मिल और काला पानी के दस्तावेज पढ़े. तब जाना कि 30 साल से राजनीति के माध्यम से जो वह समाजसेवा कर रहे थे, शायद यह रास्ता सही था.

संजय सिंह ने कहा- मैं प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देना चाहूंगा कि उन्हें अपने आप से बात करने और अपने रास्ते को और मजबूत बनाने का मुझे अवसर दिया. संभव है कि आज बहुत सारे माध्यम बिक गए हों, लेकिन इतिहास कभी नहीं बिकता. इतिहास में वही दर्ज होता है जो आप करते हैं. क्या सही है, क्या गलत है? यह लोग तय करेंगे. मैंने जेल जाकर उन्होंने 30 साल के संघर्ष के जीवन को और मजबूत बनाया और खुद को यह भरोसा दिलाया कि वह जो काम कर रहे थे, वह बिल्कुल सही था.