जयपुर। संजीवनी घोटाला मामले में सीएम अशोक गहलोत और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के बीच की तल्खी दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। सीएम गहलोत ने संजीवनी घोटाले को लेकर ट्वीटर पर जंग छेड़ दी है।

बता दें की सीएम ने केंद्रीय मंत्री शेखावत के खिलाफ एक के बाद एक के कई ट्वीट किए हैं। सीएम गहलोत ने संजीवनी घोटाले के एक पीड़ित का वीडियो अपलोड करते हुए ट्वीट किया कि भ्रष्टाचार का शिकार हुए इस परिवार की कहानी दुखद है। जहां बच्चों की शिक्षा के लिए इकट्ठा किए गए पैसे फरेबियों की जेब में चले गए वहीं संजीवनी ने रिश्तों में भी मनमुटाव पैदा कर दिया। आर्थिक, सामाजिक व परिवारिक विपदा उत्पन्न करने वाले विश्वासघातियों को बख्शा नहीं जाएगा।

इससे पहले भी मुख्यमंत्री गहलोत ने बुधवार को इस मामले में एक के बाद एक पांच पोस्ट किए थे। गहलोत ने लिखा कि संजीवनी घोटाले के धनलोलुपों ने बुजुर्ग, महिला व दिव्यांग किसी को भी नहीं बक्शा। इस विपदा को हम समझते हैं। सरकार नीति अनुरूप घोटाले में संलिप्त लोगों को सजा दिलाएगी। उन्होंने लिखा कि नफा और राहत के नाम पर लोगों की मजबूरियों का फायदा उठाकर संजीवनी में खेला गया जालसाजी का खेल परत-दर-परत सामने आ रहा है। लोगों को राहत के लिए सरकार हर जरूरी कदम उठाएगी।

इतना ही नहीं सीएम गहलोत ने गहलोत ने संजीवनी के एजेंट्स के वीडियो शेयर करते हुए लिखा- ये व्यथा हर उस एजेंट की है, जिसने संजीवनी के जिम्मेदारों पर विश्वास किया और अपने व्यवहार के भरोसे अन्य लोगों से भी निवेश कराया। आज न केवल उनका आत्मसम्मान चोटिल है, बल्कि वे भयभीत भी है। प्रदेश सरकार आपके निर्भय और सम्मानित जीवन के लिए हर संभव प्रयास करेगी।

वहीं इस मामले में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री शेखावत ने सोमवार को राजस्थान के सीएम गहलोत के खिलाफ दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में मानहानि केस में बयान दर्ज कराए। शेखावत ने इस मामले में मीडिया से चर्चा में कहा कि मूल चार्जशीट या एसओजी की ओर से पेश दो सप्लीमेंट्री चार्जशीट्स में से किसी में भी मुझे दोषी नहीं माना गया है। इसके बावजूद मुख्यमंत्री ने सार्वजनिक रूप से मुझे अभियुक्त करार दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने न सिर्फ मुझे, बल्कि मेरे परिवार को भी अभियुक्त कहा।

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